उत्तर प्रदेश के बागपत से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को पीने के लिए ‘Bisleri’ पानी की बोतल की जगह ‘Bilseri’ पानी की बोतल दी गई. यह देख जिलाधिकारी हैरान रह गए. इसके बाद डीएम ने बागपत में नकली पेयजल और खाद्य उत्पाद बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की.
दरअसल, बागपत के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय बागपत तहसील संपूर्ण समाधान दिवस के बाद जिले की सीमावर्ती पुलिस चौकी निवाड़ा पहुंचे. तभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के सामने टेबल पर एक पानी की बोतल दी गई. पानी की बोतल देखकर डीएम हैरान हो गए. यह किसी बिसलेरी कंपनी की नहीं बल्कि ‘Bilseri’ की पानी की बोतल थी, जिस पर फूड लाइसेंस नंबर भी नहीं लिखा था.
यह मूल ब्रांड की पूरी नकल और अवैध प्रतीत हो रही थी. जिलाधिकारी ने तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को पुलिस चौकी निवाड़ा पर बुलाया और पानी की शुद्धता की जांच करने के निर्देश दिए. सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त मानवेंद्र सिंह ने निवाड़ा पुलिस चौकी से बिलसेरी नामक पानी के संबंध में पूछताछ की कि पानी की बोतल कहां से ली गई. जिसमें संबंधित पुलिस ने बताया कि यह गौरीपुर की दुकान से खरीदी गई है.
In UP's Baghpat, DM Saab was served Bilseri instead of Bisleri. And then, bulldozer action followed. pic.twitter.com/xF9U2xrJ1c
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) October 6, 2024
नकली ब्रांड का पानी कर रहा था सप्लाई
दुकान पर पहुंचने पर पता चला कि दुकानदार भीम सिंह बिना लाइसेंस के अपने घर में पानी की बोतलों का गोदाम बना रखा था और जिले की अन्य दुकानों पर नकली ब्रांड का पानी सप्लाई कर रहा था, जिनके पास भी कोई लाइसेंस नहीं था. सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त मानवेंद्र सिंह ने 2663 पानी की बोतलों को अपने कब्जे में लेकर जांच की, तो पाया कि पानी की बोतलें असली बिसलेरी ब्रांड जैसे बिलसेरी, बिसलारी और बिसल्लेरी आदि की नकल थीं.
2 हजार 663 बोतलों पर चला दी बुलडोजर
बोतल के लेबल पर हरे रंग से नाम छपा हुआ था. जिसे आम जनता को गुमराह करके असली ब्रांड के नाम पर बेचा जा रहा था. जिस पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पानी का नमूना एकत्र कर प्रयोगशाला भेजा. साथ ही मौके पर मिली 2 हजार 663 बोतलों को तत्काल बुलडोजर चलाकर नष्ट कराया गया. साथ ही गोदाम के पास लाइसेंस न होने पर चालान बनाकर माननीय न्यायालय में वाद दायर कराया गया और गोदाम को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया, जिसे लाइसेंस प्राप्त करने के बाद ही संचालित करने के निर्देश दिए गए.
At least 2600 bottles were destroyed, says DM Jitendra Singh pic.twitter.com/rRYXnzphox
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) October 6, 2024
हरियाणा से की जा रही थी सप्लाई
वहीं, भीम सिंह से पूछताछ करने पर पता चला कि नकली ब्रांड की पानी की बोतलें हरियाणा से बागपत जिले की अन्य दुकानों पर सप्लाई की जाती है. इस संबंध में जिलाधिकारी ने टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता को मूल ब्रांड के नाम पर कोई भी नकली खाद्य व पेय पदार्थ न बेचा जाए और यदि कोई बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मामले में DM ने कही ये बात
डीएम ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बड़े पैमाने पर पुरानी सब्जियां बेचने वाले व चटनी में रंग मिलाकर बेचने वाले होटलों को चिन्हित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. जिलाधिकारी ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को निर्देश दिए हैं कि जिले में सक्रिय ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की जांच की जाए जो ब्रांडेड उत्पादों की नकल करके नकली सामान बेच रहे हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा, नकली उत्पादों की बिक्री से न केवल ग्राहकों को धोखा मिल रहा है, बल्कि यह उनके स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ है. ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की गई है, ताकि बाजार से नकली वस्तुओं की बिक्री को रोका जा सके.