चाइनीज लहसुन ने लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. लहसुन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में तस्कर चीन से लहसुन ला रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा है. इसी महीने यूपी में चाइनीज लहसुन पकड़ा भी गया था. अब चाइनीज लहसुन का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच गया है.
हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चाइनीज लहसुन के खिलाफ जनहित याचिका डाली गई है. गुरुवार को अधिवक्ता कोर्ट रूम में जज के सामने देसी और चाइनीज लहसुन लेकर पहुंचे. इस लहसुन से होने वाली बीमारियों और इस पर लगी रोक को लेकर हाई कोर्ट के अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने जनहित याचिका दायर की है.
कोर्ट में मंगवाया गया चीनी और देसी लहसुन
याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने चीनी लहसुन और देसी लहसुन को कोर्ट में मंगवाया. अधिवक्ता मोतीलाल यादव लहसुन लेकर कोर्ट पहुंचे. लहसुन को चेक किया गया. अब इसको लेकर शुक्रवार को यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ को कोर्ट द्वारा तलब किया गया है. फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ कल कोर्ट में दोनों तरह के लहसुन की जांच करेंगे.
2014 में इस पर लगा दिया था बैन
इसके बाद कोर्ट को इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे. इस मामले में जानकारी देते हुए अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने बताया कि 2014 में चीनी लहसुन से होने वाली बीमारी और खतरों को देखते हुए इस पर बैन लगा दिया था. इस समय देश में यह लहसुन बेचा जा रहा है. इस संबंध में जनहित याचिका दायर की है. इस पर कोर्ट ने देसी और चाइनीज लहसुन को कोर्ट में मंगवाया था. जज ने अब कल संबंधित अधिकारियों को तलब किया है. अब वो इसकी जांच करेंगे.
मुनाफा कमाने के लिए तस्कर बेच रहे हैं ‘जहर’
इस महीने यूपी में कस्टम विभाग ने 16 टन चाइनीज लहसुन जब्त किया था. इसके बाद लहसुन को जांच के लिए लैब में भेजा गया था. सैंपलिंग फेल होने पर विभाग ने इसको नष्ट करवा दिया था. लहसुन में फंगस मिला था. देश में इन दिनों लहसुन काफी महंगा है. इसको देखते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए तस्कर चीन से लहसुन मंगा रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंचाया जा रहा है.