यूपी के महाराजगंज स्थित जगदौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में मरीजों से कथित तौर पर एक रुपये की निर्धारित फीस के बजाय दो रुपये वसूलने के कारण एक संविदा कर्मचारी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. स्थानीय भाजपा विधायक प्रेम सागर पटेल द्वारा सोमवार को सीएचसी में औचक निरीक्षण के बाद फार्मासिस्ट को बर्खास्त कर दिया गया. विधायक ने आरोपी फार्मासिस्ट को वार्निंग भी दी थी.
सिसवा विधायक प्रेम सागर पटेल ने कहा कि उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में अनियमितताओं के बारे में जनता से शिकायतें मिली थीं. निरीक्षण के दौरान पाया कि फार्मासिस्ट द्वारा मरीजों से पर्चे के लिए आधिकारिक एक रुपये की जगह दो रुपये वसूले जा रहे थे.
विधायक के सीएचसी के औचक निरीक्षण के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं. जिसमें वो फार्मासिस्ट से कहते हैं कि गरीब मरीजों से एक रुपया अधिक वसूलने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई? मैं डीएम तक का ट्रांसफर कराने वाला विधायक हूं. गलत काम बर्दशत नहीं. सरकार की छवि पर बट्टा नहीं लगाने दूंगा.
#DM को सस्पेंड कराने वाला #विधायक !! 🤔
उत्तर प्रदेश के #महाराजगंज ज़िले के सरकारी अस्पताल में #BJP विधायक प्रेम सागर पटेल अद्भुद नज़ारा देख काफ़ी बौखलाए गये औचक निरीक्षण में #फार्मासिस्ट द्वारा की पर्ची के लिए 1 की जगह 2 रुपए ले रहा था फिर क्या #विधायक जी का गुस्सा देखिये 👺… pic.twitter.com/73XnwtaXap
— Dr.Ahtesham Siddiqui (@AhteshamFIN) September 16, 2024
प्रेम सागर पटेल ने कहा कि उन्होंने मरीजों और उनके परिवारों से बातचीत की और सरकारी सुविधा के साथ अन्य मुद्दों के बारे में जानकारी हासिल की. इस दौरान कई खामियां मिलीं, जिसपर मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया.
विधायक के दौरे के बाद में जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि फार्मासिस्ट, जिसकी पहचान संजय के रूप में हुई है, वह एक थर्ड पार्टी एजेंसी द्वारा नियुक्त एक संविदा कर्मचारी था. अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार शाम को न्यूज एजेंसी को उन्होंने बताया- “अधिक शुल्क लेने वाले कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.”