मुंबई के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. रविवार को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा इलाके से मुख्य शूटर शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी मुंबई क्राइम ब्रांच और उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान हुई. शिवकुमार को जब पकड़ा गया तब वह नेपाल भागने की फिराक में था. जहां एसटीएफ ने समय रहते जाल बिछाकर उसे धर-दबोचा.
पुलिस के अनुसार, शिवकुमार उर्फ शिवा गौतम को शरण देने और उसे नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में चार अन्य लोगों – अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है. शिवकुमार की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस को उम्मीद है कि मामले में और भी जानकारियां मिल सकेंगी, जो इस हत्या के पीछे की साजिश को समझने में मददगार साबित होंगी. एसटीएफ की टीम का नेतृत्व परमेश कुमार शुक्ला ने किया और उप-निरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी भी इस धरपकड़ में शामिल थे.
मर्डर के बाद से ही फरार था शूटर
इससे पहले पुलिस ने इस हत्या मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो संदिग्ध शूटर भी शामिल थे. हालांकि, उस समय मुख्य शूटर और दो प्रमुख साजिशकर्ता फरार थे. इन सभी संदिग्धों की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है और जल्द ही हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा कर सकती है.
नेपाल भागने की फिराक में था आरोपी
मुंबई पुलिस का कहना है कि शिवकुमार की गिरफ्तारी से उन्हें इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड और अन्य जुड़े हुए लोगों का पता लगाने में मदद मिलेगी. साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि शिवकुमार के साथ गिरफ्तार किए गए चारों लोग किस हद तक उसे नेपाल भागने में मदद कर रहे थे और उनकी इस साजिश में क्या भूमिका थी?
यूपी एसटीएफ के साथ मिलकर किया गिरफ्तार
मुंबई क्राइम ब्रांच के छह अधिकारियों और 15 पुलिसकर्मियों की टीम ने उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ मिलकर इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. सभी आरोपियों को अब मुंबई लाया जा रहा है, जहां उनसे गहन पूछताछ की जाएगी और इस हत्याकांड के पीछे की साजिश के हर पहलू को उजागर किया जाएगा.
जांच में मिलेंगे अहम सुराग
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने मुंबई में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी थी, और इस मामले में किसी भी संभावित एंगल को नजरअंदाज किए बिना जांच की जा रही है. पुलिस का मानना है कि शिवकुमार और उसके साथियों से पूछताछ के बाद उन्हें इस हत्याकांड के अन्य पहलुओं के बारे में अहम सुराग मिल सकते हैं.