पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को जमकर हिंसा हुई. वक्फ संशोधन कानून के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे थे और तोड़फोड़ से लेकर आगजनी तक की. इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग और बच्चे हाथों में पत्थर और डंडा लिए हैं. ये लोग सड़कों पर पत्थर चला रहे हैं. दुकानों पर पत्थर चलाकर तोड़फोड़ कर रहे हैं.
दरअसल, शुक्रवार को मुर्शिदाबाद, धूलियन और शमशेरगंज में जबरदस्त हिंसा हुई थी. भीड़ ने घरों में घुसकर हमला किया था. कई जगहों पर आगजनी की थी. हिंसा का वीडियो सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि भीड़ में ज्यादातर 18-20 साल के लड़के हैं. ये युवक दुकानों पर पत्थर फेंक रहे हैं. घरों की तरफ पत्थर चला रहे हैं. आसपास पुलिस भी नहीं है.
जांच में सामने आ रहा है कि हिंसा के पीछे युवा और बहुत सारे नाबालिग लड़कों का हाथ था. हिंसा करने वालों की उम्र 10 साल से 20 साल के बीच थी और ये हिंसक भीड़ काफी ज्यादा थी. हिंसा की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उनसे बिल्कुल साफ है कि छोटी उम्र के बच्चों और युवाओं ने हिंसा को अंजाम दिया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जिन लोगों ने पिछले दो दिनों से हिंसा को अंजाम दिया है, उनकी उम्र 10 साल से 20 साल के बीच की है. प्राथमिक छानबीन में यह भी सामने आया है कि इस हिंसक भीड़ में ज्यादातर माइग्रेंट लेबर का काम करते हैं. और ईद की छुट्टी में फिलहाल मुर्शिदाबाद अपने घर आए हुए थे. ज्यादतर कम पढ़े-लिखे बच्चे और युवा थे.