मिर्ज़ापुर : उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों मिर्ज़ापुर जिले का नाम उछाल पर है. भाजपा के सहयोगी दल के एक नेता अपने विभाग को लेकर सुर्खियों में हैं, उनकी सगी साली उनके लिए मुश्किलें दर मुश्किलें खड़ी करती आईं तो साली से परेशान जीजा जी जांच करा लेने का ढ़ोल पीटते हुए आ रहें हैं.
कंपा देने वाली कड़ाकी की ठंड में यहां का राजनैतिक पारा चढ़ा हुआ है. इन सब के बीच नये साल पर मिर्ज़ापुर के तीन भाजपा विधायकों का एक साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ जी मिलना कईयों को हजम नहीं हो पा रहा है. उनके पेट में मड़ोर उठने लगी है. हालांकि भाजपा विधायकों ने इसे शिष्टाचार भेंट मुलाक़ात बताया है फिर उनके इस मुलाकात के मायने निकालने के साथ कयासों का दौर जारी है.
बताते चलें कि नये साल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सूबे के पूर्व उर्जा राज्यमंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल, नगर विधायक रत्नाकर मिश्र एवं मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्य ने नए वर्ष अवसर पर मुख्यमंत्री से मिलकर नये साल की बधाई देते हुए जिले के विकास के लिए सिंचाई, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य एवं विशेष कर किसानों की समस्या से अवगत कराया है. जिस पर मुख्यमंत्री ने पूर्ण रूप से आश्वासन दिया है.
रमाशंकर सिंह पटेल मिर्ज़ापुर की मड़िहान विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं, इसके पूर्व वह सूबे के उर्जा राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा भी दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. वह विख्यात देवी धाम विंध्याचल के तीर्थ पुरोहित भी है जबकि मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्य हाल ही में सम्पन्न हुए उपचुनाव में मझवां विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंची हैं. मिर्ज़ापुर की पांच विधानसभा सीट में से चार पर भाजपा के अपने विधायक हैं, जबकि इसी जिले की छानबे विधानसभा सीट पर सहयोगी दल अपना दल (एस) कोटे से विधायक हैं.