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महाराष्ट्र के जंगलों में जुए के दांव पर लगते थे चोरी के जेवरात, करोड़ों की चोरी का पर्दाफाश

सिवनी : शनिवार को सिवनी के एडीशनल एसपी गुरुदत्त शर्मा ने एक प्रेस वार्ता में क्षेत्र में हो रही लगातार चोरियों के बड़े खुलासे की जानकारी दी.उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जिसने पिछले कई वर्षों में 37 चोरियों को अंजाम दिया है.इनमें 28 हालिया और बाकी पहले की गई चोरियां शामिल हैं.

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चोरी के तरीके और वारदातों का खुलासा

गिरोह चोरी से पहले इलाके की रेकी करता था और सही समय पर वारदात को अंजाम देता था.आरोपियों के पास से पुलिस ने दो कार, तीन मोटरसाइकिल, एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन और 9,92,000 रुपये नकद बरामद किए हैं.
मुख्य आरोपी जय बाघमारे (निवासी गगेरूआ) से पूछताछ के दौरान उसके दो अन्य साथियों कपिल रंगारे (निवासी खारी बरघाट) और दीपक रंगारे (निवासी गोरखपुर, थाना अरी) के नाम सामने आए. इन आरोपियों ने बरघाट, अरी, डूंडा सिवनी, केवलारी, पलारी, कोतवाली और लखनवाड़ा क्षेत्रों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया.

महाराष्ट्र के जंगलों में जेवरात से जुड़ा जुआ नेटवर्क

आरोपियों ने खुलासा किया कि चोरी के सोने-चांदी के जेवरात को वे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के जंगलों में ले जाते थे, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है.वहां जुए के खेल में वे जेवरात दांव पर लगाते और जीतने पर कैश प्राप्त करते थे.इस पैसे का उपयोग वे मोटरसाइकिल, कार और अपने अन्य शौकों को पूरा करने के लिए करते थे.

चोरी में इस्तेमाल उपकरण और आरोपियों की गिरफ्तारी

पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी में उपयोग होने वाले औजार जैसे कटर और ताला तोड़ने की रॉड भी बरामद की है. मुख्य आरोपी जय बाघमारे को न्यायालय में पेश किया गया, जबकि फरार चल रहे कपिल रंगारे और दीपक रंगारे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

सतर्कता से काम कर रही थी पुलिस

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करते थे, ताकि पकड़े जाने से बचा जा सके. हालांकि, उनके खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

क्षेत्र में बढ़ी सतर्कता

इस बड़े खुलासे के बाद पुलिस ने क्षेत्र में चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है.स्थानीय जनता ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है.

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