एक्टर विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) ने रविवार को कहा कि वह करूर रैली में हुई भगदड़ की स्वतंत्र जांच के लिए मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच का दरवाजा खटखटाएगी. इस भगदड़ में 10 बच्चों समेत 40 लोगों की मौत हुई थी. पार्टी ने आरोप लगाया कि ये हादसा आकस्मिक नहीं, बल्कि एक साजिश का नतीजा था. साथ ही भीड़ में पथराव और कार्यक्रम स्थल पर पुलिस के लाठीचार्ज की ओर भी इशारा किया.
सूत्रों के अनुसार मद्रास हाईकोर्ट के जस्टिस एन. सेंथिलकुमार आज शाम 4:30 बजे एक तत्काल याचिका पर सुनवाई करेंगे. इस याचिका में अभिनेता विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) को करूर भगदड़ की जांच पूरी होने तक किसी भी सार्वजनिक सभा आयोजित करने से रोकने की मांग की गई है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विजय के पहुंचने से ठीक पहले बिजली गुल हो जाने, संकरी सड़कों और अचानक भीड़ उमड़ने के कारण अफरा-तफरी मच गई. इस भगदड़ में परिवार अलग-अलग हो गए. महिलाएं और बच्चों का दम घुटने लगा था. कुछ पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना बताया गया. अगली सुबह घटनास्थल पर बिखरे जूते, चप्पल, फटे कपड़े, टूटे डंडे और कुचली हुई बोतलें भगदड़ की भयावहता को उजागर कर रही थीं.
विजय ने रविवार को अपने समर्थकों को संदेश में कहा कि उनका दिल टूट गया है, वह बहुत गहरे दुख में हैं. उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 20-20 लाख रुपये, जबकि घायलों के लिए 2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की. उन्होंने इलाज करा रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि यह एक अपूरणीय क्षति है. आपके परिवार के सदस्य के रूप में, मैं इस दुख में आपके साथ हूं.
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन करूर पहुंचे और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. उन्होंने पीड़ित परिवारों को बेहतर सरकारी सहायता का भरोसा दिलाया. और कहा कि सभी संभव चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.