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उज्जैन में जैन स्थानक पर पथराव, साध्वियां बाल-बाल बचीं:खिड़कियों के ग्लास टूटे मिले; 15 दिन पहले नीमच में संतों पर हमला हुआ था

नीमच में जैन संतों पर हमले के 15 दिन बाद उज्जैन में भी सोमवार रात को अज्ञात हमलावरों ने जैन स्थानक पर पत्थरबाजी की। इससे भवन के शीशे टूट गए।

अरविंद नगर स्थित जैन समाज के समता भवन स्थानक में उदयपुर से आई साध्वी प्रज्ञा, साध्वी प्रेक्षा, साध्वी प्रणति, साध्वी प्रशस्ति ठहरी हुई हैं। गनीमत ये रही कि स्थानक में सो रही इन साध्वियों को चोट नहीं लगी।

मंगलवार सुबह जैन समाज के लोगों को तोड़फोड़ की खबर लगी तो स्थानक के बाहर भीड़ लग गई। लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए चिमनगंज मंडी थाने में शिकायती आवेदन दिया है।

गार्डन के पास बर्तन धोने को लेकर विवाद

स्थानक ट्रस्ट के शुभम सूर्या ने बताया कि विवाद सोमवार शाम को हुआ। भोजन के बाद साध्वियां स्थानक के सामने स्थित बगीचे के पास पात्र (बर्तन) धो रहीं थी।

इस दौरान पास ही रहने वाले कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति ली। उन्होंने कहा कि आप लोग यहां बर्तन नहीं धो सकते। आप यहां गंदगी कर रहे हैं। हम भी गंदगी फेकेंगे।

साध्वी ने माफी मांगी, सुबह शीशे टूटे मिले

इसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने लोगों की आपत्ति पर माफी मांगी और आगे से गंदगी न करने की बात भी कही। लेकिन, रात करीब डेढ़ बजे स्थानक में शीशे टूटने की आवाज आई। सुबह जब सभी जागे तो देखा कि गेट के पास कांच के टुकड़े पड़े थे।

मोबाइल पर भी कहा- दोबारा ऐसा नहीं होगा

स्थानक ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विनीत कुमार सूर्या ने चिमनगंज मंडी थाने में आवेदन देकर बताया कि स्थानक के पास रहने वाले विजय चौरसिया ने सोमवार देर रात 1.30 बजे उन्हें मोबाइल पर कॉल किया।

चौरसिया ने कहा कि आपके स्थानक में जो साध्वी ठहरी हैं, उन्होंने बगीचे के बाहर पानी फेंका है। विनीत ने उन्हें समझाया कि आगे से ऐसा नहीं होगा।

CM मोहन यादव को भी दी घटना की जानकारी

विनीत ने बताया कि सोमवार रात को स्थानक की खिड़की पर पत्थर फेंककर कांच फोड़ने की घटना हो गई। रात में साध्वियां स्थानक में अकेली थीं। इस तरह की घटना से उनकी सुरक्षा को खतरा है।

सीएम डॉ. मोहन यादव और उज्जैन एसपी को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं, जैन समाज के लोग घटना के विरोध में बुधवार को बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।

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