मऊगंज : जिले के हनुमना थाना क्षेत्र के ग्राम हाटा में पारिवारिक विवाद ने शुक्रवार की रात खौफनाक मोड़ ले लिया.दुर्गा पंडाल में बहू को नाचने से रोकना 70 वर्षीय बुजुर्ग रामरती विश्वकर्मा को इतना भारी पड़ा कि उनके ही परिवार ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया.पुलिस ने मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हनुमना थाना प्रभारी अनिल काकडे ने बताया कि यह घटना 29 सितंबर की रात करीब 10 बजे की है.गांव के दुर्गा पंडाल में रामरती विश्वकर्मा की बहू अन्य महिलाओं के साथ नाच रही थी.इसी दौरान रामरती पंडाल पहुंचे और उन्होंने बहू को ऐसा करने से मना किया.इसी बात को लेकर बहस शुरू हुई और घर लौटने के बाद विवाद और बढ़ गया.
गुस्से में आकर मृतक का पोता सोनू विश्वकर्मा उर्फ हरिश्चंद्र (24 वर्ष) घर से फावड़ा उठा लाया और दादा पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया.फावड़े का वार सीधे दादा के सीने और चेहरे पर किया गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े.इसके बाद मृतक का बेटा वेदप्रकाश विश्वकर्मा (37 वर्ष) और उसकी पत्नी भी लाठी लेकर टूट पड़े और रामरती को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया.गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.थाना प्रभारी ने बताया कि पारिवारिक विवाद में की गई इस हत्या ने पूरे गांव को सन्न कर दिया है.एक मामूली नाच-गाने को लेकर शुरू हुआ झगड़ा पूरे परिवार की दरिंदगी में बदल गया, जिसमें बेटे, बहू और पोते ने मिलकर अपने ही परिवार के बुजुर्ग की जान ले ली.