बिहार में मौसम की मार ने एक बार फिर इंसानी जान पर कहर बरपाया है. शुक्रवार को आई भीषण आंधी, बारिश और वज्रपात की घटनाओं में राज्य के अलग-अलग जिलों में 25 लोगों की जान चली गई. इसमें नालंदा सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है जहां 18 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा सीवान में 2, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
नालंदा में पेड़ गिरने से 6 लोगों की मौत
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
नालंदा में तेज आंधी के कारण नगमा गांव के मंदिर के पास गुरुवार की शाम 4 बजे विशाल पेड़ गिरने से कई लोग दब गए हैं जिसमें 6 लोगो की मौत हो गई. स्थानीय लोग मलबा हटाने में जुटे हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और मृतकों के परिजनों को तत्काल 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस कठिन घड़ी में शोकाकुल परिवारों के साथ है और हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को भी निर्देश दिया है कि सभी प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य तत्परता से किए जाएं. साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन से कहा है कि पीड़ित परिवारों तक जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जाए.
उन्होंने राज्यवासियों से खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जो दिशा-निर्देश और चेतावनियां जारी की जाती हैं, उनका अनुपालन करें. बिजली गिरने की आशंका हो तो खुले मैदान, पेड़ों और जल स्रोतों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें.’
बिहार में मानसून से पूर्व का यह दौर आमतौर पर आंधी-तूफान और वज्रपात की घटनाओं के लिए जाना जाता है. पिछले कुछ सालों से इस मौसम में जानमाल की क्षति की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.