उत्तराखंड की रुड़की में कलियर में एक मर्डर की घटना ने दिल दहला दिया है. हैरत की बात तो ये है कि वारदात को अंजाम देने वाले दोनों कातिल दिव्यांग हैं. एक पैर से तो दूसरा आंखों से दिव्यांग है. इन्होंने एक होटल संचालक के 20 वर्षीय बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी, हालांकि, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मृतक का नाम अनवर है, जो शनिवार को अचानक रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था. परिवार के लोगों ने रविवार को थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए आशंका जताई थी कि अनवर का अपहरण कर लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अपहरणकर्ताओं ने 25 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अनवर की हत्या कर दी गई थी. पुलिस के अनुसार इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी कोई पेशेवर अपराधी नहीं, बल्कि बेहद सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले युवक थे. हैरानी की बात यह है कि इनमें से एक युवक शारीरिक रूप से लंगड़ा है और दूसरा दृष्टिहीन यानी अंधा है. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
घरवालों ने थाने में दर्ज कराई थी रिपोर्ट
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनवर के पिता नसीर ने रविवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने कहा था कि उनका बेटा संदिग्ध परिस्थितियों में गायब है और किसी ने फिरौती के लिए उसे अगवा किया है. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि दो युवकों ने अनवर को अपने पास बुलाया था. उन्होंने बहाने से चाय पिलाने के लिए आमंत्रित किया और फिर उसे अपने कब्जे में ले लिया.
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि अनवर को बुलाने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई. इसके बाद शाम के समय दोनों ने मिलकर शव को बोरी में भरा और मोटरसाइकिल पर रखकर गंगनहर की ओर ले गए. वहां से शव को नहर में फेंक दिया गया ताकि सबूत मिटाया जा सके.
दोनों आरोपी दिव्यांग हैं
पुलिस ने जब दोनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं. एक आरोपी महज पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है, जबकि दूसरा नौवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद पढ़ाई छोड़ चुका है. दोनों के पास कोई खास रोजगार नहीं था. आर्थिक तंगी और लालच ने उन्हें अपराध की ओर धकेल दिया. इसके अलावा, पुलिस ने बताया कि मृतक अनवर से उनका पहले से परिचय था. यहां तक कि इनमें से एक आरोपी कभी अनवर के घर किराए पर भी रह चुका था. इसी जान-पहचान का फायदा उठाकर दोनों ने अनवर को फिरौती के लिए हत्या करने की साजिश रची.
फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है. साथ ही गंगनहर से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इस घटना के बाद इलाके में दहशत और गहरा दुख है. परिवार शोकाकुल है और लोगों में यह चर्चा है कि आखिर इतनी छोटी उम्र में और इतनी सीमित क्षमताओं वाले युवकों ने इतना बड़ा अपराध क्यों और कैसे कर दिया.