दिल्ली पुलिस ने महज एक नोज़ पिन के सहारे एक महिला की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि नाक की पिन से जांचकर्ताओं को महिला और उसके हत्यारे की पहचान का पता चला. इसके बाद सारा मामला खुलकर सामने आ गया.
दिल्सी में द्वारका के पुलिस उपायुक्त (DCP) ने बताया कि आरोपी पति ने कथित तौर पर केबल वायर से अपनी पत्नी का गला घोंट दिया था. इसके बाद उसने अपनी पत्नी की लाश को चादर में लपेटा और नाले में फेंक दिया था. डीसीपी ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर अनिल कुमार ने परिवार के नौकर शिव शंकर के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था.
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) ने एक बयान में कहा कि मृतका की पहचान सीमा सिंह (47) के तौर पर हुई थी. जिसकी लाश 15 मार्च को बरामद हुई थी. जिसे चादर में लपेटा गया था, केबल तार और भारी पत्थर से बांधा गया था. लाश नजफगढ़ नाले में फेंकी गई थी.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि शुरुआत में महिला की पहचान अज्ञात थी. जांचकर्ताओं को तब सफलता मिली, जब उन्होंने देखा कि मृतका ने नाक में सोने की पिन पहनी हुई थी. जिसकी पहचान पुलिस को निर्माता तक ले गई, और आखिरकार महिला की पहचान का पता लगाने में उससे मदद मिली.
डीसीपी ने बताया कि पुलिस द्वारा जारी और सोशल मीडिया पर प्रसारित एक स्केच ने उसके एक रिश्तेदार का ध्यान खींचा, जिसने अधिकारियों से संपर्क किया और सीमा की पहचान की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि छावला पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की गई थी और आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई थीं.
पुलिस ने आखिरकार आरोपी को ट्रैक किया और आरोपी शिव शंकर को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान, शिव शंकर ने कबूल किया कि उसने और अनिल ने 11 मार्च को द्वारका के सेक्टर 10 में अपने आवास पर सीमा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. शंकर ने पुलिस को बताया कि दोनों ने जांचकर्ताओं को गुमराह करने और शक से बचने के लिए लाश को नाले में ठिकाने लगा दिया था.
आरोपी अनिल कुमार ने शुरू में सीमा के परिवार और पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी गुस्से में घर से चली गई थी और कभी वापस नहीं लौटी. इसके बाद वो फरार हो गया था. पुलिस के सूत्रों ने कहा कि अनिल कुमार को आखिरकार ट्रैक कर लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने यह भी पाया कि अनिल गुरुग्राम में एक अन्य महिला के साथ रह रहा था.
मृतका सीमा के परिवार ने उसकी लाश मिलने से कुछ दिन पहले ही छतरपुर पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सीमा की हत्या उसकी लाश मिलने से कुछ दिन पहले की गई थी. उसके चेहरे और सिर पर चोट के निशान उसकी मौत से पहले हिंसक संघर्ष की कहानी बयां कर रहे थे.
पुलिस ने बताया कि दंपति के बीच कथित तौर पर वैवाहिक विवाद चल रहे थे और पुलिस को शक है कि व्यक्तिगत और घरेलू संघर्ष के चलते इस मामले में कोई गहरी साजिश रची गई. घटना के समय, सीमा को आखिरी बार अपने छोटे बेटे के साथ घर से निकलते हुए और अपना पर्स लेकर जाते हुए देखा गया था, जिसे बाद में उसके पति के कब्जे से बरामद किया गया.
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि अनिल जिस महिला के साथ रह रहा था, उसकी हत्या में कोई भूमिका थी या नहीं