संभल में सीओ का सख्त आदेश: न कटेंगे पेड़, न हटेगी बिजली—मोहर्रम और कांवड़ यात्रा पर नई गाइडलाइन जारी

संभल (उत्तर प्रदेश): जिले के सर्किल ऑफिसर (सीओ) अनुज चौधरी एक बार फिर अपने कड़े प्रशासनिक फैसले को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने आगामी मोहर्रम और कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी की है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। उनके इस आदेश को लेकर जहां कुछ लोग समर्थन में हैं, वहीं कुछ आलोचना भी कर रहे हैं।

 क्या कहा सीओ अनुज चौधरी ने?

सीओ चौधरी ने साफ कहा है कि:

  • मोहर्रम के जुलूस में किसी भी स्थिति में पेड़ नहीं काटे जाएंगे।

  • बिजली की लाइनें भी नहीं हटाई जाएंगी, इसलिए ताजिया की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।

  • कांवड़ यात्रा में इस्तेमाल होने वाले डीजे की आवाज निर्धारित सीमा में ही रहनी चाहिए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यह फैसला शांति व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए लिया गया है।

ताजिया निकालने पर भी कड़ा फैसला

सीओ ने कहा कि इस बार कोई नया व्यक्ति ताजिया नहीं निकाल सकेगा।
जो लोग पहले से यह परंपरा निभाते आ रहे हैं, सिर्फ वही ताजिया निकाल सकेंगे। यदि कोई ऐसा व्यक्ति अनुपस्थित रहता है, तो उसकी जगह दूसरा नहीं ले सकेगा।

 बैठक में उठी स्थानीय मुद्दों की आवाज

इस आदेश की घोषणा चंदौसी कोतवाली में आयोजित शांति समिति की बैठक के बाद की गई, जिसमें एसडीएम डॉ. राजेन्द्र पेंसिया और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
एसडीएम ने लोगों से रास्तों और सुविधाओं से जुड़ी समस्याएं सुनीं और जरूरी मरम्मत और प्रबंध के निर्देश दिए।

वायरल वीडियो को लेकर दी सफाई

सीओ अनुज चौधरी का बयान भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा:

“वीडियो का मकसद न तो प्रचार था और न ही कोई विवाद खड़ा करना। यह केवल कानून-व्यवस्था और शांति व्यवस्था का संदेश देने के लिए था।”

गौरतलब है कि सीओ चौधरी पूर्व में भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं, लेकिन कई मामलों में उन्हें जांच के बाद क्लीन चिट भी मिल चुकी है।संभल में प्रशासन ने मोहर्रम और कांवड़ यात्रा जैसे संवेदनशील धार्मिक अवसरों को देखते हुए सख्त और स्पष्ट गाइडलाइन जारी कर दी है। इसका उद्देश्य लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए, शांति और कानून व्यवस्था को प्राथमिकता देना है।

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