जसवंतनगर में स्कूल मर्जर का कड़ा विरोध: शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, बीईओ ने दिया सहमति का आश्वासन

जसवंतनगर/इटावा: सरकारी स्कूलों के प्रस्तावित विलय के विरोध में शुक्रवार को जसवंतनगर ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) में शिक्षक-शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को एकीकृत करने की योजना को लेकर शिक्षकों में भारी आक्रोश देखने को मिला।

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प्रदर्शन का नेतृत्व विशिष्ट बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष मंगेश यादव और अटेवा के जिलाध्यक्ष अजय यादव ने किया। दोपहर एक बजे से ही शिक्षक-शिक्षिकाएं बीआरसी परिसर में जुटने लगे और अपनी मांगों को लेकर जोरदार आवाज उठाई। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) गिरीश कुमार को सौंपा, जिसमें विद्यालयों के प्रस्तावित विलय पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई।

शिक्षकों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों का विलय शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित करेगा। छात्रों को दूर-दराज के विद्यालयों तक जाना पड़ेगा, जिससे उनकी नियमित उपस्थिति और पढ़ाई पर असर पड़ेगा। उनका तर्क है कि प्रत्येक स्कूल की परिस्थितियाँ अलग होती हैं, जिन्हें स्थानीय स्तर पर ही बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।

विरोध को गंभीरता से लेते हुए बीईओ गिरीश कुमार ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि जब तक विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) की सहमति नहीं होगी, तब तक किसी भी स्कूल का विलय नहीं किया जाएगा। हालांकि, शिक्षक नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि उनके हितों के विरुद्ध कोई कदम उठाया गया तो वे दोबारा आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

इस प्रदर्शन में अटेवा के जिला पर्यवेक्षक राजेश जादौन, ब्लॉक अध्यक्ष अतुल यादव, विवेक गुप्ता, देवेश राना, विवेकानंद भदौरिया, अमरपाल यादव, विनोद कुमार, विनय यादव, सूर्यप्रकाश, मोहम्मद इदरीश, आलेरजा, कुसुम कुमारी, विनीता, मोहम्मद जफर, आनंद यादव, रवि सक्सेना, ब्रजेंद्र सिंह, तिलक सिंह, नीरज, नकुल कुमार और सुबोध सहित कई शिक्षक नेता व बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।

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