सागर : जिले के रहली थाना क्षेत्र में नरवाई जलाने के मामले में पहली एफआईआर दर्ज की गई है. वर्तमान में जिले भर में गेहूं की कटाई का कार्य तेजी से चल रहा है, और इसी के साथ किसान कटाई के बाद खेतों में बचे फसल अवशेष, यानी नरवाई को जलाने का काम कर रहे हैं.
इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि आसपास के खेतों में खड़ी या कटी हुई फसलें भी जल रही हैं, जिससे भारी नुकसान हो रहा है। इसी को देखते हुए प्रशासन अब सख्त कार्रवाई के मूड में है.
ताजा मामला जूना गांव का है, जहां किसान रामअवतार कुर्मी ने अपने खेत में नरवाई जलाने के लिए आग लगाई। हवा की गति तेज होने के कारण आग तेजी से फैली और आसपास के खेतों को अपनी चपेट में ले लिया. देखते ही देखते आग मंडला गांव तक पहुंच गई, जिससे करीब 20 एकड़ में खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. आग इतनी भीषण थी कि आसपास के किसानों ने फायर ब्रिगेड की मदद से किसी तरह काबू पाया। लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था. खेतों में रखी कृषि सामग्री भी जल गई.
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा. हल्का पटवारी ने नुकसान का आकलन करते हुए पंचनामा तैयार किया. इसके बाद रहली एसडीएम गोविंद दुबे के निर्देश पर किसान रामअवतार कुर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया.
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि जिले में नरवाई जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. इसके बावजूद कई किसान जानबूझकर नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, जिससे दूसरों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रशासन ने साफ किया कि अब ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन की यह पहल ना केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक जरूरी कदम है, बल्कि किसानों को सतर्क करने और सामूहिक नुकसान से बचाने का भी प्रयास है.