छात्र को स्कूल से निकाला, 4 घंटे बाहर खड़ा रखा: मां ने लगाया टॉर्चर और गला दबाने का आरोप, प्रिंसिपल ने खारिज किया

दंतेवाड़ा जिले के पातररास में मुख्यमंत्री DAV पब्लिक स्कूल में 9वीं के छात्र को 4 घंटे स्कूल के बाहर खड़ा किया गया। जब छात्र की मां अचानक स्कूल पहुंची तो प्रिंसिपल और स्कूल स्टाफ के साथ जमकर बहस हुई। मां का आरोप है कि उसके बच्चे को सालभर से लगातार टॉर्चर किया जा रहा है।

Advertisement

स्कूल के टीचर उसे गालियां देते हैं। प्रिंसिपल ने गला दबाकर मारा है। छात्र बीमार है, इसलिए वह स्कूल नहीं आया था। इसी बात से नाराज होकर प्रबंधन ने उसे भारी बारिश में स्कूल के बाहर खड़ा कर दिया। हालांकि, बच्चे की मां के इस आरोप को प्रिंसिपल ने गलत बताया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

छात्र का नाम अभय चक्रवर्ती है। अभय का कहना है कि मुझे डेंगू की शिकायत थी। 5 दिन से बीमार था इसलिए मैं स्कूल नहीं आया था। वहीं (30 जून) को जब स्कूल आया तो स्कूल के प्रिंसिपल मेरे पास आए। मुझे मारा। कहा कि एप्लिकेशन लाए हो या नहीं। मैंने कहा नहीं लाया हूं। तो मुझसे कहा कि तुम घर चले जाओ।

मेरे एक दोस्त को भेजकर क्लासरूम से मेरा बैग मंगवा दिए। मुझे स्कूल से निकाल दिया। मैं 4 घंटे बाहर खड़ा रहा। मेरी मम्मी अचानक स्कूल आ गई। मैंने मम्मी से पूछा कि आपको कैसे पता चला मैं बाहर खड़ा हूं तो मम्मी ने कहा कि मुझे लगा कि आज शायद हॉफ डे है। इसलिए मैं स्कूल आ गई। बाहर खड़े होने की जानकारी नहीं थी।

मां बोलीं- बेटे के साथ अत्याचार हो रहा

वहीं छात्र की मां सुनीता चक्रवर्ती ने कहा कि, मैं ई-रिक्शा चलाती हूं। बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्कूल भेजती हूं। लेकिन यहां स्कूल के लोग बच्चे पर अत्याचार करते हैं। पिछले सालभर से उसे टॉर्चर कर रहे हैं। महिला ने कहा कि बच्चे हैं तो बदमाशी तो करेंगे ही। इन्हें सुधारने और ज्ञान देने के लिए ही हम स्कूल भेजते हैं।

एक टीचर ने मेरे बच्चे का गला पकड़ा और उठा दिया। उंगलियों के निशान गले में बने रहे। दर्द की वजह से वह न तो कुछ खा रहा था और न ही कुछ पी रहा था। इसका इलाज करवाई। स्कूल में टीचर्स से मैंने कहा भी था कि इस तरह से प्रताड़ित न करें। वहीं (30 जून) यानी कल बच्चे को स्कूल से बाहर निकाल दिया। मैं अचानक स्कूल पहुंच गई, इसलिए मैंने देख लिया।

वह बारिश में भीग चुका था। मैं उसे घर लेकर गई। उसके कपड़े बदलवाकर फिर दोबारा स्कूल आई।

 

Advertisements