गाजीपुर: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है. बावजूद इसके गाजीपुर में स्कूल प्रबंधकों के द्वारा स्कूली छात्रों के जीवन से लगातार खिलवाड़ करने का मामला सामने आ रहा है. गाजीपुर में मौजूदा समय में 185 वाहनों के फिटनेस फेल है, विभाग इसके लिए कई बार विद्यालय प्रबंधकों को नोटिस भी जारी कर चुका है लेकिन विद्यालय प्रबंध अपने वाहनों का बगैर फिटनेस के ही छात्रों को स्कूल से घर और घर से स्कूल पहुंचने का कार्य कर रहे हैं. ऐसे में आज एआरटीओ और ट्रैफिक पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाकर 25 वाहनों पर बड़ी कार्रवाई किया. जिसके बाद स्कूल प्रबंधकों में हड़कंप मच गया.
गाजीपुर जनपद मैं सिर्फ शहर ही नहीं ग्रामीण इलाकों में संचालित होने वाले विद्यालयों में स्कूली वाहन से छात्रों के धुलाई का कार्य किया जा रहा है लेकिन इस दौरान छात्रों के जीवन से विद्यालय प्रबंधकों के द्वारा पिछले काफी समय से खिलवाड़ किए जाने का मामला सामने आ रहा था. बीते जुलाई महीने में आरटीओ विभाग ने 1772 वाहनों में करीब 300 ऐसे वाहन चिन्हित किए थे, जिसके फिटनेस फेल हो चुके थे और सभी के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था जिसमें से अभी भी 185 स्कूली वाहन के फिटनेस नहीं कराए गए थे. जिसको लेकर आज ए आरटीओ विभाग और ट्रैफिक पुलिस के द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई और इस संयुक्त कार्रवाई में देर शाम होते-होते चौंकाने वाले मामले सामने आए.
जिसमें से दो ऐसे वहां पे गए जिन्हें विभाग के द्वारा 5 साल पूर्व ही फिटनेस फेल या फिर उन्हें कबाड़ घोषित किया जा चुका था. बावजूद उसके उन वाहनों से भी विद्यालय के छात्रों का आवागमन कराया जा रहा था, जिस पर आरटीओ ने कार्रवाई करते हुए दोनों वाहनों को जब तक किया. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में करीब डेढ़ सौ से ऊपर वाहनों का चेकिंग किया गया और इसमें से 23 वाहनों का फिटनेस फेल मिलने पर चालान की कारवाई किया गया और इस कार्रवाई के होने के बाद स्कूल प्रबंधकों में हड़कंप मच गया.