Subramanian Swamy Question on Rahul Gandhi Citizenship: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता और पूर्व सांसद डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सुब्रमण्यम स्वामी ने इन दोनों से राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर सवाल भी पूछा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा, “नरेंद्र मोदी और शाह राहुल गांधी को क्यों बचा रहे हैं, जबकि वे विदेशी नागरिक हैं, जिन्होंने 2003 में ब्रिटिश नागरिकता हासिल की है और लंदन में बैक ऑप्स नाम की कंपनी शुरू की है? उनकी भारतीय नागरिकता अमान्य है. अगर मोदी उन्हें बचाना जारी रखते हैं, तो मुझे उनके खिलाफ केस दर्ज करना पड़ेगा.”
पहले भी उठा चुके हैं ये मुद्दा
सुब्रमण्यम स्वामी इससे पहले भी कई बार राहुल की नागरिकता पर सवाल उठा चुके हैं. वह राहुल को ब्रिटिश नागरिक बताते हैं. सुब्रमण्यम स्वामी ने सबसे पहले नवंबर 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर यह सवाल उठाया था. स्वामी ने अपने इस लेटर में दावा किया था कि राहुल ब्रिटिश नागरिक हैं, ऐसे में उनकी भारतीय नागरिकता और संसद की सदस्यता रद्द करनी चाहिए. स्वामी इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. वहां उन्होंने इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की, लेकिन अदालत ने यह अर्जी खारिज कर दी थी.
Why is Modi and Shah protecting Rahul Gandhi when he is a foreign citizen having acquired British Citizenship in 2003, and started a company called Back Opps in London? His Indian citizen is invalid. If Modi continues to protect, I will have to file a case against him Modi&Shah pic.twitter.com/3QsPpi7e8f
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 10, 2024
2016 में महेश गिरी ने भी लोकसभा में उठाया मुद्दा
जनवरी, 2016 में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद महेश गिरी ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी की नागरिकता पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की थी. मामला समिति तक पहुंचा और इसकी जांच हुई. इसके बाद राहुल गांधी को जवाब देना पड़ा. समिति को दिए गए अपने जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि ये सिर्फ मेरी छवि खराब करने की एक कोशिश है. मैंने न कभी ब्रिटिश नागरिकता मांगी और न ही रखी है.
2017 में सुब्रमण्यम स्वामी ने राजनाथ सिंह को लिखा पत्र
डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी ने सितंबर, 2017 में एक बार फिस इस मुद्दे को उठाया था. तब स्वामी ने न सिर्फ इसे लेकर ट्वीट किया, बल्कि उन्होंने तब के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी एक चिट्ठी लिखी और कार्रवाई की मांग की थी.