उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक और सराहनीय कदम उठाया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद अब सरकार ने सामूहिक विवाह योजना के तहत होने वाले आयोजनों में नवविवाहित कन्याओं को ‘सिन्दूरदानी’ भी उपहार स्वरूप देने का निर्णय लिया है. यह फैसला सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने लिया है जिसके बाद गोरखपुर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान नवविवाहित महिलाओं को सिंदूरदानी भी दी गई. यहां पर करीब 1200 जोड़ों ने सामूहिक विवाह में हिस्सा लिया है.
सरकार पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की कन्याओं के विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चला रही है. जिसमें अब बदलाव करते हुए प्रति जोड़ा एक लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. पहले यह राशि 51 हजार रुपये थी. इस नई व्यवस्था में 60 हजार रुपये की रकम सीधे कन्या के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी जो कि पहले 35 हजार थी. इसके साथ ही बाकी खर्चों के बजट में भी इजाफा किया गया है. जिसमें उपहार सामग्री की लागत को बढ़ाकर 10 हजार से 25 हजार रुपये किया गया है और आयोजन से संबंधित खर्च के लिए भी अब 6 हजार की बजाय 15 हजार रुपये निर्धारित किए गए हैं.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
प्रदेश में होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में 50 हजार की जगह 1 लाख रुपये खर्च करने की घोषणा सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कर दी थी जिसके बाद अब यह शुरू किया है. दी जाने वाली सामग्री का बजट बढ़ने से और पहले की तुलना में और भी बेहतर सामान नवविवाहित जोड़ों को मिल रहा है.
क्या-क्या मिलेगा शादी में
कन्या के लिए कढ़ाई की साड़ी, चुनरी, रोज पहनने वाली साड़ी, श्रृंगार सामग्री से भरी श्रृंगारदानी, और अब सिन्दूरदानी. दूल्हे के लिए कुर्ता-पायजामा, पगड़ी, माला. मुस्लिम जोड़ों के लिए वधू को कढ़ाई वाला सूट, चुनरी और सूट का कपड़ा और दूल्हे को कुर्ता-पायजामा दिया जाता है. गृहस्थी के सामान में कुकर, थाली, लोटा, गिलास, कटोरा, चम्मच, बक्सा और अन्य उपयोगी वस्तुएं दी जाती हैं. इसके साथ ही चांदी की पायल और बिछुआ जैसे आभूषण भी शामिल किए जाते हैं.