उत्तराखंड के रुद्रपुर में एक स्कूल टीचर द्वारा छात्र को कथित तौर पर 400 उठक-बैठक की सजा देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि सिर्फ क्लास में बात करने की वजह से शिक्षक ने इतनी कड़ी सजा दी, जिससे छात्र की तबीयत बिगड़ गई।
घटना 4 जुलाई की है, जब एक निजी अकादमी में पढ़ने वाले वर्गव बर्मन नामक छात्र को शिक्षक जय ने अन्य बच्चों के साथ बात करते देख लिया।
इसके बाद शिक्षक ने उसे 400 बार उठक-बैठक करने का निर्देश दिया। छात्र ने किसी तरह यह सजा पूरी की, लेकिन इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई।
छात्र के पिता ने बताया कि घर पहुंचने के बाद उनके बेटे को तेज बुखार, बदन दर्द और कमजोरी की शिकायत हुई।
डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि अत्यधिक शारीरिक exertion की वजह से बच्चे की हालत बिगड़ी है और उसे आराम की जरूरत है।
मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि शिक्षक दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद अभिभावकों में भी रोष है। कई अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि बच्चों की पढ़ाई के नाम पर इस तरह की क्रूरता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
वहीं स्कूल प्रबंधन ने अभी तक इस पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और बाल संरक्षण संगठनों ने भी इस घटना पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि स्कूलों में अनुशासन के नाम पर बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
उन्होंने मांग की है कि शिक्षकों को इस तरह की सजा देने से रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं।