ग्रेटर नोएडा के रोजा जलालपुर में एक भयावह घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी दामाद पप्पू लाल ने अपनी पत्नी जसवंती और साले को गंभीर रूप से घायल करने के बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो महिला और उसका भाई खून से लथपथ मृत पाए गए, जबकि पप्पू को पंखे से लटका देखा गया।
पुलिस जांच में पता चला कि पप्पू लाल पीलीभीत का रहने वाला था और मजदूरी का काम करता था। वह लगभग 10 दिन पहले अपने ससुराल आया था। प्रारंभ में सब कुछ सामान्य था, लेकिन किसी विवाद के कारण उसने अचानक यह खौफनाक कदम उठाया। ससुर नारायण लाल ने बताया कि जब वे पत्नी के साथ काम पर गए थे, तब घर में पप्पू, उनकी बेटी जसवंती (21 वर्ष) और बेटा तेज प्रकाश (6 वर्ष) मौजूद थे। इसी समय पप्पू ने गुस्से में आकर दोनों पर हमला कर दिया और बाद में खुदकुशी करने की बात कही।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, यही वजह थी कि उसने यह गंभीर घटना अंजाम दिया। पूरे मोहल्ले में इस घटना के बाद हड़कंप मच गया और लोग दहशत में आ गए। पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया और पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारीयों ने बताया कि इस प्रकार के घरेलू विवादों और मानसिक अस्थिरता से जुड़े मामलों में तत्काल हस्तक्षेप आवश्यक है। परिवार और समाज को चाहिए कि वे इस तरह के संकेतों को गंभीरता से लें और समय रहते मदद या कानूनी कार्रवाई करें।
ग्रेटर नोएडा में यह मामला एक चेतावनी के रूप में सामने आया है कि घरेलू विवाद और मानसिक असंतुलन कभी-कभी जानलेवा घटनाओं को जन्म दे सकते हैं। पुलिस ने आसपास के लोगों से आग्रह किया है कि वे संदिग्ध गतिविधियों और घरेलू हिंसा की सूचना तुरंत authorities को दें।
इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र में सदमे और डर की स्थिति पैदा कर दी है। पप्पू के इस कृत्य ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे मोहल्ले को हिला कर रख दिया है। पुलिस इस घटना के पीछे छिपी मानसिक और सामाजिक वजहों की पड़ताल कर रही है।