छत्तीसगढ़ के एक गांव के लोग एक के बाद एक आत्महत्या कर रहे हैं. लगातार हो रही इस घटना से गांववालों में भी दहशत है. सरकार की तरफ से स्वास्थ्य टीम और पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है. गांव के लोग जादू टोने का अंदेशा जता रहे हैं. लगातार आत्महत्या करने के मामले पर सुर्खियों में आ रहा इंदागांव गरियाबंद जिले में है, जहां पर बीते 20 दिनों में 3 लोगों ने आत्महत्या कर अपनी जान गंवा दी है. वहीं, 8 लोगों को आत्महत्या करने से बचाया गया है.
आखिर ऐसी क्या वजह है कि इंदागांव के लोग आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने को मजबूर हैं. लगातार हो रही आत्महत्या के मामले ने अब प्रशासन की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं. प्रशासन गांव में लगातार बैठक कर काउंसलिंग कर रहा है. वहीं, आदिवासी बाहुल्य गांव के लोग इसे देवी प्रकोप समझकर गांव की आराध्य देवी की पूजा-पाठ करने में जुट हुए हैं. लगातार हो रही घटनों से गांव में कई तरह की बातें भी होने लगी है.
आत्महत्या के कारणों की जांच में जुटी पुलिस
गांववाले कह रहे हैं कि गांव में बढ़ती बेरोजगारी और शराब जैसे नशा आत्महत्या के प्रमुख कारण है. हालांकि, अब तक प्रशासन और पुलिस ने इन आत्महत्या के पीछे की कोई ठोस वजह नहीं बताई है. आखिर इंदागांव में आत्महत्या करने का सिलसिला कब तक खत्म होगा, यह एक गंभीर सवाल खड़ा हो गया है. इस घातक कदम के पीछे की कहानी को समझ कर इसे रोकना सभी के लिए एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है
तीन की मौत
बीस दिनों में अब तक गांव में तीन लोग आत्महत्या कर चुके हैं. इसमें गजेन्द्र यादव (42), कमल यादव (20) और चंद्रशेखर यादव (19) का नाम शामिल हैं. साथ ही अब तक करीब आठ लोग सुसाइड की कोशिश कर चुके हैं, जिसमें छबिलाल यादव (19), दिनेश (35), महेश यादव (27), फूलमती (47), कमल यादव (21), फरेंद्र नागेश (32), कमल (20) और साधना नेताम (22) का नाम शामिल हैं.
गांव की आबादी 3 हजार
गांववालों की माने तो इस गांव में आत्महत्या के प्रमुख कारण में से एक बेरोजगारी भी है. नम्हे सिंह यादव ने बताया कि गांव की आबादी लगभग 3 हजार है. कई राज्यों में जाकर यहां के ग्रामीण मजदूरी आदि का काम करते हैं. गांव में लगभग 900 युवा हैं. जिनमे करीब 280 शिक्षित युवा बेरोजगार बताए जा रहे हैं. वहीं, बेरोजगारी के साथ-साथ दूसरी वजह नशे की बढ़ती लत भी हो सकती है. गांववालों का कहना है कि लगातार नशे का उपयोग युवाओं मे बढ़ रहा है.
नशा बना रहा प्रमुख कारण
नशे की लत के कारण भी युवाओं में आत्महत्या जैसे प्रयास की संख्या बढ़ रही है. हालाकि, अभी इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. एक आत्महत्या का प्रयास करने वाले युवा नरसिंह यादव ने बताया कि जब वह आत्महत्या करने गया था तो वह नशे में था. उसे कुछ पता ही नहीं था. जब गले में रस्सी लगा देख आस पास के लोगों ने समझाया तब उसे इस बात का एहसास हुआ.