सुल्तानपुर: योगी आदित्यनाथ के शासन में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है, पूरा प्रदेश इस बात का गवाह है जिसने भी अपराध कारित किया है उसके खिलाफ कार्रवाई ऐसी हुई है कि, उसकी 7 पुश्ते याद करें, और तौबा करें कि दोबारा ऐसा काम नहीं करेंगे. ठीक एक माह पहले 20 अक्टूबर का यह बयान योगी के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने गोसैसिंहपुर में मृतक संतराम अग्रहरि के घर पर मीडिया के सामने दिया था.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
तालाब की जमीन पर है भाजपा नेता का कब्जा
लेकिन मंत्री का ये बयान महज कोरे बखान जैसा साबित हुआ है. वो इसलिए कि संतराम हत्याकांड के मुख्य आरोपी और भाजपा के छुटभइया नेता अर्जुन पटेल को डेढ़ माह बाद भी सुल्तानपुर पुलिस पकड़ नहीं सकी है. केवल यही नहीं, तालाब से लेकर गरीबों की जमीन तक पर भाजपा नेता का कब्जा है, पीड़ित परिवार की मांग के बावजूद डीएम सुल्तानपुर अवैध कब्जे पर बुलडोजर की कार्रवाई नहीं कर सकी है.
ये है पूरा घटनाक्रम
बता दें कि दोस्तपुर के गोसैसिंहपुर निवासी संतलाल अग्रहरि को 8 अक्टूबर की रात बदमाशों ने गोली मार दी थी. गोली गले में लगने की वजह से डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति देख उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया था. जहां इलाज के दौरान देर रात संतलाल अग्रहरि ने दम तोड़ दिया था. 9 अक्टूबर की रात शव गांव लाया गया और 10 अक्टूबर को पूरे रीति-रिवाज के साथ संतलाल का दियरा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था.
इन 9 आरोपियों की हुई है गिरफ्तारी
बीते 11 अक्टूबर को दोस्तपुर पुलिस ने संतलाल अग्रहरि की हत्या के मामले में राज वर्मा उर्फ अलवर्ट पुत्र स्व. राकेश वर्मा निवासी ग्राम खेमपुर थाना मोतिगरपुर, शिवम वर्मा पुत्र रामचरन वर्मा निवासी रोहनी खोजगीपुर थाना मोतिगरपुर, आलोक कुमार पुत्र भोले उर्फ शिवप्रसाद निवासी ग्राम विभारपुर थाना मोतिगरपुर, सौरभ वर्मा उर्फ कुलदीप वर्मा पुत्र रामअवतार वर्मा निवासी ग्राम विभारपुर थाना मोतिगरपुर, सैफुल्लाह पुत्र जैनुल्लाह निवासी ढेमा थाना मोतिगरपुर की गिरफ्तारी हुई है. इसके अलावा मो. शाहबान पुत्र मो. इरफान निवासी ढेमा थाना मोतिगरपुर, फिरोज अहमद पुत्र अब्दुल अव्वल निवासी ग्राम ढेमा थाना मोतिगरपुर, वारिश पुत्र इजहार अहमद निवासी ग्राम ढेमा थाना मोतिगरपुर, राजेश अग्रहरि पुत्र विजय कुमार गुप्ता निवासी ग्राम विनबनपुर थाना मोतिगरपुर को ग्राम बरियारपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा था.