Uttar Pradesh: सुल्तानपुर जिले में बस अड्डे पर शाम होते ही बसों के पहिए थम जाते है,क्योंकि आसपास के जिलों को जाने वाली बसों का आवागमन बंद हो जाता है. शाम छह बजे के बाद बस अड्डे पर आए हुए यात्रियों को यहीं पर रात गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ता हैं. जोकि यात्री फर्श पर रात बिताने को मजबूर हैं.
आपको बताते चलें कि शाम होते ही अयोध्या हो या अमेठी चाहे हो या फिर रायबरेली सभी जगहों पर जाने के लिए बसें नहीं मिलती हैं. दूर दराज और अन्य जिलों से आने वाले यात्री यहीं पर रात गुजारते हैं, यह भी कि बसे नहीं ? बसें तो हैं,लेकिन संचालन रात को नहीं, इसलिए यहां से यात्री अन्य साधनों के सहारे गंतव्य तक पहुंचते नहीं है, क्योंकि कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं.
रोडवेज स्टेशन पर बसें तो खड़ी है, लेकिन आसपास जिलों के यात्री भटक रहे. पूछताछ काउंटर पर जानकारी देने वाला भी कोई नहीं. यात्री बस के परिचालकों से पूछते तो कोई सीधा मुंह बोल देता,कुछ तो कुछ भी जवाब देना मुनासिब नहीं समझते. पता चलता कि यह बस लखनऊ जा रही है. गेट के बाहर खड़े लोग अन्य साधनों का इंतजार कर रहे होते है. पूछने पर पता चलता है कि अयोध्या जाना है,बस नहीं है,यात्रियों ने बताया कि उन्हें अमेठी जाना है,लेकिन कोई बस नहीं है.