सुल्तानपुर: जिले के जयसिंहपुर में सरकारी योजनाओं की जमीनी सच्चाई अक्सर कागज़ों तक ही सीमित रह जाती है. इसका उदाहरण जयसिंहपुर विकासखंड में बन रहा बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) कार्यालय है. इसका निर्माण कार्य दो वर्ष पहले शुरू हुआ था, लेकिन आज भी यह अधूरा है. जानकारी के अनुसार, भवन का ढांचा लगभग एक वर्ष पहले तैयार हो चुका था. लेकिन अब तक खिड़की-दरवाजे, फर्श और बिजली का काम पूरा नहीं हुआ है.
इस कारण भवन अभी तक उपयोग में नहीं लाया जा सका है. विकासखंड कार्यालय परिसर के पास स्थित इस भवन से कार्यालय संचालन सुविधाजनक होता. परंतु अभी भी सीडीपीओ कार्यालय बरौंसा बाजार के एक किराए के मकान में चल रहा है. इससे सरकारी धन का अपव्यय हो रहा है. साथ ही जनकल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन में भी कठिनाई आ रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार विकास के बड़े दावे करती है.
लेकिन ज़मीनी स्तर पर व्यवस्थाएं अधूरी रहती हैं. अधूरे भवन से सरकारी धन बर्बाद हो रहा है. जबकि थोड़े बजट से ही यह भवन उपयोग योग्य हो सकता है. सीडीपीओ पूजा त्रिपाठी ने बताया कि निर्माण कार्य बजट की कमी के कारण रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि शासन से बजट मिलते ही शेष कार्य पूरा कराकर कार्यालय को वहां स्थानांतरित किया जाएगा.