सुलतानपुर: जिले के कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के कमरांता गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने इलाके में सनसनी फैला दी है. मृतका की पहचान कुसुम तिवारी के रूप में हुई है, जिनकी शादी वर्ष 2018 में मयंक मिश्रा से हुई थी. घटना को लेकर दो पक्षों की अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं, जहां पति पक्ष इसे आत्महत्या बता रहा है, वहीं मायके वालों ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है.
जौनपुर जिले के रुस्तमपुर निवासी सुभाष चंद्र तिवारी ने पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में दावा किया है कि उनकी बेटी कुसुम की हत्या दहेज की मांग को लेकर की गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही उनकी बेटी को चार पहिया वाहन की मांग को लेकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था.
सुभाष तिवारी के अनुसार, कुसुम के पति मयंक मिश्रा, देवर मनीष मिश्रा, ससुर राकेश मिश्रा और सास सरोज मिश्रा लगातार दबाव बना रहे थे कि वे उन्हें कार उपहार में दें. उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए असमर्थता जताई थी. परिवार का कहना है कि कुसुम के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर पहले भी कई बार पंचायतें बुलाई गई थीं, लेकिन आरोपियों के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया.
वहीं 12 जून की शाम करीब 4 बजे कुसुम ने अपने पिता को फोन कर बताया था कि उसे मारापीटा गया है और उसे अपनी जान का खतरा है. कुछ ही देर बाद ससुराल पक्ष से यह सूचना दी गई कि कुसुम ने ज़हर खा लिया है. जब तक परिजन वहां पहुंचे, तब तक कुसुम की मौत हो चुकी थी.
कादीपुर कोतवाली प्रभारी श्याम सुंदर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के सही कारण का पता चल सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि शिकायत के आधार पर सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है.
कुसुम के परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ हत्या और दहेज उत्पीड़न की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए. साथ ही, वे इस मामले की निष्पक्ष और तेज जांच की मांग कर रहे हैं.