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सुल्तानपुर: लंबे बीमारी के कारण सुप्रसिद्ध सदानंद दत्तात्रेय चौरासी बाबा का हुआ निधन

Uttar Pradesh: सुल्तानपुर के सुप्रसिद्ध संत सदानंद दत्तात्रेय चौरासी महाराज का बीते सोमवार देर शाम लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. जानकारी लगते ही उनके सैकड़ो अनुयायाई बेलहरी स्थित आश्रम पहुंचे. जहां आज मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर भक्तो के दर्शन के लिए रखा जायेगा, दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किये जाने की योजना है.वही आश्रम से जुड़े ट्रस्टी चल रहे पूर्व के विवाद के पटाक्षेप होने की चर्चा आम कर रहे थे.

आपको बताते चलें कि, सुल्तानपुर के मोतिगरपुर थानाक्षेत्र के बेलहरी गांव में सदानंद दत्तात्रेय चौरासी महाराज का 7 दशक पुराना आश्रम है. इस आश्रम में देश-विदेश के हजारों लोग की आस्था जुड़ी हुई है. महाराज जी बीते चार दशक से अन्न नमक व वाणी का त्याग कर चुके थे आने वाले सैकड़ो श्रद्धालुओं को जमीन पर हाथ से लिखकर उनकी समस्याओं का निराकरण करते थे उनकी सादगी के लोग कायल थे. सिख समाज के होने के कारण आश्रम परिसर में भव्य गुरुद्वारा व कई देवी देवताओं के मंदिर मौजूद है. वही एक विशाल सागर भी बनाया गया है, बीते एक वर्ष से अस्वस्थ चल रहे संत की पिछले दिनों तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें लखनऊ के मिडलैंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.

चिकित्सकों द्वारा जवाब दिए जाने के बाद उन्हें आश्रम लाया गया था जहां कल सोमवार की देर शाम उनका निधन हो गया. आश्रम के सेवादार शिवेंद्र सिंह की माने तो बीते कई दिनों से महाराज जी की तबीयत खराब थी जिन्हें लखनऊ के चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. जहां कल देर शाम उनका निधन हो गया। आज मंगलवार को उनका शरीर भक्तों के दर्शन के लिए रखा जाएगा, दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

वहीं एक अन्य सेवादार दीपेंद्र सिंह दीपक ने बताया कि वह बीते 50 वर्षों से आश्रम से जुड़े हुए हैं देश दुनिया में ऐसे दुर्लभ संत मिलना मुश्किल है उनके द्वारा कही गई एक-एक बात उनके जीवन में सत्य बनकर उभरी है महाराज जी के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है उन्होंने पुराने ट्रस्ट के विवाद के पटाक्षेप होने की भी बात कही.

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