सुल्तानपुर : सुल्तानपुर जिले के गोमती नदी किनारे स्थित जगदीशपुर गांव में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जब गांव के लोग नदी किनारे गए, तो उन्होंने एक घड़ियाल देखा, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. आस-पास के निषाद समुदाय के ग्रामीणों ने मिलकर उस घड़ियाल को पकड़ लिया और उसे गांव में ले आए. सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है.
घटना को लेकर कोतवाली देहात क्षेत्र के जगदीशपुर ग्राम पंचायत के निषाद बस्ती में सनसनी फैल गई. ग्रामीणों ने बताया कि यह घड़ियाल नवजात था, जिसकी लंबाई करीब पांच फीट बताई जा रही है. मछुआरों ने इसे घड़ियाल की पहचान करते हुए बताया कि यह जीव घायल अवस्था में था, और उसके मुंह में चोट लगी हुई थी.
घड़ियाल को लेकर ग्रामीणों में उत्सुकता
ग्रामीणों ने घायल घड़ियाल को पकड़कर गांव के बीच ले आए, जिससे वहां सैकड़ों लोग जमा हो गए. मौके पर पीआरवी 112 की पुलिस टीम पहुंची और वन विभाग को सूचना दी. इसके बाद वन विभाग की टीम ने घड़ियाल को कब्जे में लिया और उसे इलाज के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया.
घड़ियाल के मुंह में गंभीर चोटें पाई गईं, जिससे खून भी बह रहा था. यह माना जा रहा है कि जब ग्रामीणों ने घड़ियाल को पकड़ा, तब उसे चोट लगी हो सकती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि घड़ियाल घायल अवस्था में ही नदी के किनारे पाया गया था, और आशंका जताई जा रही है कि उसे नदी किनारे के कुत्तों या अन्य जंगली जानवरों ने हमला किया हो.
मगरमच्छ नहीं, घड़ियाल है
वन क्षेत्राधिकारी लंभुआ, अतुल सिंह ने स्पष्ट किया कि प्रारंभ में कुछ लोगों ने इस जीव को मगरमच्छ समझ लिया था, लेकिन वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर पुष्टि की कि यह जीव घड़ियाल है. उनका कहना था कि घड़ियाल का मुंह नुकीला और लंबा होता है, और इसे इलाज की व्यवस्था की जा रही है.
घटना के बाद, गांव के लोग और आसपास के क्षेत्र के लोग इस दुर्लभ घड़ियाल को देखने के लिए मौके पर पहुंचे. फिलहाल वन विभाग और पुलिस की टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है, और घड़ियाल की पूरी देखभाल की जा रही है.