Uttar Pradesh: सुल्तानपुर जिले के मोची रामचैत और उनके परिवार ने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की. सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस मुलाकात का एक मिनट 28 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. रामचेत को देखते ही राहुल ने उन्हें गले से लगा लिया. सोनिया और प्रियंका गांधी ने भी हाथ जोड़कर अभिवादन किया. रामचेत ने सोनिया के पैर छूए. रामचैत ने अपने पोते का परिचय भी सोनिया गांधी से कराया. रामचैत ने सोनिया और प्रियंका को अपने हाथों से बनाई चप्पलें भी भेंट कीं.
राहुल को बताया, उनकी तरफ से दी गई सिलाई मशीन से अब वे ज्यादा चप्पलें बना रहे हैं. अब उनके पास दो दुकानें हो गई हैं. इस पर राहुल गांधी ने खुशी जताई. राहुल गांधी ने मोची समुदाय के हुनर की सराहना की. कहा, जो मोची हैं, वो बहुत हुनरमंद हैं। उनमें बहुत क्षमता और ज्ञान है, लेकिन हम उस ज्ञान की इज्जत नहीं करते। जो हुनर है, उसमें पॉलिश लगानी है.ये काम वो उनके साथ करेंगे. प्रियंका ने कहा, सबसे ज्यादा महंगे जो जूते होते हैं, वो हाथ से बने होते हैं.
राहुल – काम ठीक चल रहा है आपका, मशीन ठीक है?
रामचेत- हां.
रामचेत सोनिया से – बुआ जी ये हमने अपने हाथ से चप्पल बनाया है। भैया जी ने मशीन दी है.
सोनिया गांधी को अपने हाथ से बनाई चप्पल देते हुए-
भैया ने जो मशीन दिया है, उसी से चमड़े की कटिंग करके सिलाई करते हैं, ये चप्पल हम आपके लिए लाए हैं.
राहुल- वहां (गांव में) सब लोग कैसे हैं.
रामचेत- एक मुलाकात में भैया जी ने सोना ही सोना कर दिया। अगर उनका साथ पकड़ लेंगे तो क्या कर देंगे.
राहुल- तो अब दो दुकानें हो गई हैं.
रामचेत – हां। एक दुकान में नया जूता-चप्पल बनाते हैं.
राहल- प्रियंका के लिए क्या लाए हो.
राहुल – ये जो मशीन है, उसका कैसे प्रयोग किया जाता है, ये पहले आपको सिखाएंगे, ये पहला कदम। ठीक है.
रामचेत – जी सर.
राहुल – फिर दूसरा कदम, हाई क्वालिटी जूता कैसे बनाया जाता है. डिजाइन कैसे की जाती है. फिर तीसरा कदम, इसको बेचा कैसे जाता है.
राहुल – जो हमारे मोची हैं, बहुत हुनर है, बहुत ज्ञान है, बहुत कैपेबिलिटी है, मगर, हम उस ज्ञान की इज्जत नहीं करते.
प्रियंका गांधी- सबसे ज्यादा महंगे जो जूते होते हैं, वो हाथ से बने हुए ही होते हैं.
राहुल – ये जो आपका हुनर है, उसमें थोड़ी पॉलिश लगाने की जरूरत है, तो ये मैं आपके साथ करूंगा। ठीक है.
राहुल गांधी 26 जुलाई, 2024 को गृह अमित शाह के मानहानि के केस की पेशी में सुल्तानपुर आए थे. कोर्ट से लखनऊ वापस लौटने के दौरान वे रामचैत की दुकान में रुके थे. 5 मिनट की इस मुलाकात के दौरान उन्होंने न सिर्फ रामचैत से मोची की कारीगरी की बारीकियां जानीं. बल्कि खुद से जूता भी सिला. इस मुलाकात के दौरान रामचैत ने राहुल की अपनी आर्थिक दिक्कतों की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई थी. इसके बाद अगस्त में राहुल ने रामचैत को एक लाख रुपए कीमत की एक जापानी सिलाई मशीन भेंट की. इसके बाद 50 हजार रुपए कीमत के चार कार्टन सामान भी भेजे और खुद रात 11 बजे कॉल करके हर संभव मदद का आश्वासन दिया था. रामचैत ने बताया, राहुल गांधी की सिले हुए जूते की खरीद के लिए कई बड़े ऑफर्स आए. लोगों ने हजारों रुपए का लालच दिया, पर उसने वह जूता आज तक नहीं बेचा है.