Uttar Pradesh: सुल्तानपुर में प्रशासन द्वारा चीनी मिलों के आवंटन में बदलाव के बाद किसान नाराज हैं. सोमवार को दर्जनों की संख्या में नाराज किसानों ने डीएम ऑफिस पहुंचकर विरोध जताते हुए एडीएम को एक मांगपत्र सौंपा. इस विरोध में भारतीय किसान यूनियन ने भी किसानों का साथ दिया है. पटना, धनपतगंज, सेमरी और विरसिंहपुर के किसानों ने सहकारी चीनी मिल सुल्तानपुर के बैनर तले मांग-पत्र तैयार कर प्रशासन को सौंपा.
बताया गया कि पटना और धनपतगंज के किसानों को मसौधा की मोतीनगर चीनी मिल और सेमरी तथा विरसिंहपुर के किसानों को अकबरपुर चीनी मिल आवंटित की गई है. इससे किसानों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं, क्योंकि नई चीनी मिलों तक जाने के लिए उन्हें अधिक दूरी तय करनी होगी.
प्रशासन से वापसी की मांग
किसानों का कहना है कि पहले ये क्रय केंद्र सुल्तानपुर चीनी मिल से जुड़े थे, जहां किसानों को केवल 15 किमी की दूरी पर गन्ना बेचने की सुविधा थी. अब, मसौधा और अकबरपुर चीनी मिलों से जुड़ने के बाद यह दूरी 35-40 किमी हो गई है.पूर्व प्रमुख उमेश सिंह की पत्नी और सहकारी चीनी मिल सुल्तानपुर की उपाध्यक्ष रेनू सिंह ने कहा कि चारों क्रय केंद्रों को फिर से सुल्तानपुर चीनी मिल से जोड़ा जाए, ताकि किसानों को अनावश्यक समस्याओं का सामना न करना पड़े.
प्रदर्शन की चेतावनी
किसान यूनियन ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो 15 नवम्बर से तिकोनिया पार्क में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. किसानों के अनुसार, चीनी मिल बदलने से उनकी लागत बढ़ रही है, और इससे उनकी मेहनत पर असर पड़ रहा है.