Uttar Pradesh: सुल्तानपुर इलाके में छुट्टा मवेशियों के लिए बनाई गई गौशालाओं का वजूद धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है, सरकार प्रतिमाह लाखों रुपए खर्च कर छुट्टा मवेशियों के रखरखाव की व्यवस्था पर खर्च कर रही है, बावजूद इसके छुट्टा मवेशी को गौशालाओं में सुविधा के लाले पड़े हुए हैं, जयसिंहपुर विकासखण्ड क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग व तहसील मुख्यालय की सड़कों पर इन दिनों छुट्टा मवेशियों का आतंक दिखाई पड़ रहा है। खेत खलिहान ,सड़क हो हर जगह छुट्टा मवेशी ही दिखाई देते है, जिससे रात के अंधेरों में सड़क मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों, बाइक सवार अक्सर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, और विभाग के अधिकारी समस्या को लेकर अंजान बने हुए हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग बने मवेशियों के पनाहगाह:
कोतवाली क्षेत्र के सेमरी चौकी अंतर्गत रायबरेली टांडा राष्ट्रीय राजमार्ग के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के नीचे सर्विस लेन के किनारे का क्षेत्र छुट्टा मवेशियों के लिए पनाहगाह बना हुआ है, दिनभर खेत खलिहानों से चारा लेकर मवेशी सर्विस लेने के किनारे बैठकर आराम करते रहते हैं और पीढ़ी से सेमरी तक रायबरेली टांडा राष्ट्रीय राजमार्ग पर टहलते रहते हैं जिसके चलते राज्य मार्ग से गुजरने वाले बाइक सवार अक्सर इनकी चपेट में आकर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों के लिए सरकारी फरमान हवा हवाई :
प्रदेश की योगी सरकार द्वारा छुट्टा मवेशियों की रखरखाव के लिए प्रतिमाह करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, इसी के लिए तहसील क्षेत्र में कई गौशालाओं का निर्माण भी कराया गया है, वावजूद इसके राजस्व कर्मी व विभागीय अधिकारी छुट्टा मवेशियों को पकड़ने को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. जिससे मवेशियों का सड़क से लेकर खेत खलिहानों में आश्रय स्थल बना हुआ है जो लोगों के लिए मुसीबत पैदा कर रहे हैं. ग्राम विकास अधिकारी निशा तिवारी ने बताया कि, आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिये समय समय गाड़ी भेजी जाती है, साथ ही कुछ सहयोग ग्रामीणों द्वारा किया जाये तो ज्यादा से ज्यादा आवारा मवेशी को पकड़ा जायेगा.