नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर आखिरकार 9 महीनों बाद धरती पर वापस लौट आए हैं. दोनों अंतरिक्ष यात्री भारतीय समयानुसार बुधवार (19 मार्च, 2025) की सुबह 3.30 बजे फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंड कर गए. अंतरिक्ष यात्री 17 घंटों का सफर करने के बाद धरती पर लौटे हैं.
अंतरिक्ष यात्रियों की स्पेसएक्स कैप्सूल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से निकलने के कुछ ही घंटों बाद बुधवार (19 मार्च, 2025) को मेक्सिको की खाड़ी में पैराशूट से उतरा. फ्लोरिडा के तल्हासी तट पर यह स्पलैशडाउन हुआ. स्पेस एजेंसी नासा की ओर से अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग का वीडियो भी जारी किया गया है.
Congratulations to the @SpaceX and @NASA teams for another safe astronaut return!
Thank you to @POTUS for prioritizing this mission! https://t.co/KknFDbh59s
— Elon Musk (@elonmusk) March 18, 2025
5 जून को स्पेस में गई थीं सुनीता विलियम्स
सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर बीते साल 5 जून, 2024 को बोइंग स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे. वैसे तो उनका मिशन केवल एक सप्ताह का ही था, लेकिन स्पेस स्टेशन में तकनीकी खराबी आने के कारण नासा को स्टारलाइनर को खाली करके अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में शिफ्ट कराना पड़ा था. तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी इस साल फरवरी तक के लिए टाल दी गई थी.
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से धरती पर लौटे
वापसी के दौरान सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ क्रू-9 के दो अन्य एस्ट्रोनॉट निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी वापस लौटे. वे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से धरती पर लौटे हैं.
लैंडिंग के बाद स्ट्रेचर पर ले जाए गए यात्री
अंतरिक्ष से लौटने के बाद सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को स्ट्रेचर पर ले जाया गया. यह एक तरह की प्रोटोकॉल होता है, जिसे हर अंतरिक्ष यात्री को पालन करना होता है. इसकी वजह यह है कि स्पेस से लौट के बाद अंतरिक्ष यात्री तुरंत चल नहीं पाते हैं. उनके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. ऐसे में नासा इसे लेकर सख्त सुरक्षा प्रक्रियाएं अपनाता है.