सुपौल: बेशक सरकार और विभाग शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में पहल की है. बावजूद कुछ ऐसे लापरवाह शिक्षक है जो बाज नहीं आ रहे हैं. इसी क्रम में सदर प्रखंड के मध्य विद्यालय बलुवा पुनर्वास के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार यादव को गंभीर लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल निलंबन की यह कार्रवाई जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय की कि गई औचक निरीक्षण के बाद की गई है. जिलाधिकारी ने उक्त विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान विद्यालय का मुख्य द्वार ताले से बंद मिला. पूछताछ में सामने आया कि विद्यालय गेट की चाबी प्रधानाध्यापक के पास है और विद्यालय अवधि में गेट में ताला लगाकर विद्यालय से अनुपस्थित है. इसके कारण जिलाधिकारी को गेट के बाहर ही लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा. निरीक्षण के दौरान विद्यालय के बच्चों के लिए पोषाहार का भोजन का बर्तन भी गेट के बाहर पाया गया.
जिला शिक्षा विभाग ने इसे बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ माना. कहा गया है कि विद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर अनुपस्थित रहना कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है. इस बावत जब विभाग ने उक्त प्रधान से स्पष्टीकरण की मांग की तो प्रधानाध्यापक की ओर से कोई जबाब नहीं दिया गया. इसके बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना प्रवीण कुमार ने उक्त प्रधान को निलंबित करते हुए निलंबन अवधि का मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किसनपुर निर्धारित करते हुए आरोप पत्र अलग से निर्गत करने की बात कही है.