सुपौल: जिले के एक नगर पंचायत में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है. अधिकारी से लेकर कार्यालय कर्मी तक की आपसी समन्वय ठीक नहीं है. नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच वर्चस्व की लड़ाई में शहर का विकास ठप हो गया है.
सभी एक दूसरे पर भ्रष्ट होने का आरोप लगा रहे हैं, जिसकी खामियाजा जनता भुगतने को विवश है. नगर पंचायत कार्यालय सिमराही में कार्यपालक पदाधिकारी वीणा वैशाली और स्वच्छता पदाधिकारी आराधना कुमारी के बीच झड़प हो गई. मामला आगे तक पहुंच गया, जिसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया गया.
स्वच्छता पदाधिकारी आराधना कुमारी ने आरोप लगाया है कि कार्यपालक पदाधिकारी वीणा वैशाली ने उनके साथ मारपीट की और गाली-गलौज की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि वीणा वैशाली ने उन्हें लगभग दो साल से वेतन नहीं दिया है और हर महीने भुगतान से बचने के लिए बहाने बनाती हैं. आराधना कुमारी ने जिलाधिकारी को मेल पर शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने वीणा वैशाली पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि वीणा वैशाली ने अपनी तेज रफ्तार गाड़ी उनकी ओर घुमा दी, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ गई. कार्यपालक पदाधिकारी ने स्वच्छता पदाधिकारी के आरोप को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि घटना आराधना कुमारी की अनुशासनहीनता के चलते घटित हुई है. वे मनमानी तरीके से कार्य करती हैं और किसी के साथ उनका व्यवहार ठीक नहीं है. नगर पंचायत की मुख्य पार्षद यशोदा देवी ने कहा कि वीणा वैशाली के कार्यकाल में नगर पंचायत की स्थिति दयनीय है.
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