हरदोई : खितौली के पास गंगा एक्सप्रेसवे पर मिटटी कार्य करा रहे सुपरवाइजर की डंपर से कुचलकर दर्दनाक मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों पर पूर्व में हुए विवाद के चलते मारपीट कर डंपर के नीचे डालकर हत्या करने का आरोप लगाया और हरपालपुर में शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे 5 लाख रुपए की चेक मिलने के बाद घटना के 40 घंटे बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए हैं.
ज्ञात हो कि हरपालपुर निवास अवनीश द्विवेदी पुत्र सत्य प्रकाश द्विवेदी ने मंगलवार को सवायजपुर कोतवाली में दी तहरीर में बताया था कि उसका भतीजा अजय द्विवेदी (20) पुत्र हरिओम द्विवेदी पुनेच इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था.
निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे में ग्राम खतौली के पास चल रहे मिट्टी कार्य की देखरेख में उसकी ड्यूटी थी। करीब 15 दिन पूर्व कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों नाम पता अज्ञात से उसका विवाद हो गया था, जिन लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी. यह बात अजय द्विवेदी ने अपने परिजनों को भी बताई थी.
सोमवार रात करीब 9 बजे ड्यूटी के दौरान कंपनी के अज्ञात अधिकारियों-कर्मचारियों ने उसके भतीजे को मारपीट कर चलते हुए डंपर के नीचे फेंक दिया, जिससे डंपर के नीचे कुचलकर उसकी दर्दनाक मौत हो गई.
सवायजपुर कोतवाली पुलिस ने सब का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया पर परिजनों ने सब का अंतिम संस्कार नहीं किया और सड़क पर सब रख कर प्रदर्शन करने लगे। मंगलवार से शुरू हुआ या प्रदर्शन बुधवार दोपहर करीब 12 बजे खत्म हुआ.
परिजन गंगा एक्सप्रेसवे के अधिकारी कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने और 50 लाख रुपए मुआवजा दिलाने का की मांग कर रहे थे. जिस पर बुधवार दोपहर को मृतक सुपरवाइजर के परिजनों को 2 लाख रुपए की एक चेक व डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की दो चेक कुल 5 लाख की चेक दी गईं. जिसके बाद परिजन शांत हुए और शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हुए हैं.