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‘सुप्रीम कोर्ट का इशारा, दोषी हैं केजरीवाल’, बांसुरी स्वराज ने की दिल्ली CM के इस्तीफे की मांग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई. लेकिन ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी के मामले को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है. इस वजह से फिलहाल केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे. वह मौजूदा समय में सीबीआई की कस्टडी में हैं लेकिन उन्हें जमानत ईडी केस में मिली है. ऐसे में अभी वह जेल में ही रहेंगे.

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सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी (AAP) चीफ और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. बांसुरी स्वराज ने कहा,’सुप्रीम कोर्ट से आज बहुत महत्वपूर्ण आदेश आया है. सर्वोच्च अदालत ने इस बात पर मोहर लगा दी है कि अरविंद केजरीवाल दोषी हैं. सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को उनकी अर्जी पर कोई राहत नहीं दी है.’

‘CM की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं केजरीवाल’

बांसुरी ने आगे कहा,’आज सुप्रीम कोर्ट ने इशारा किया है कि जब भी कोई ऐसा केस एक बड़े पद के आदमी के साथ होता है तो उस आदमी को पद छोड़ देना चाहिए. लेकिन अरविंद केजरीवाल CM की कुर्सी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. इनकी इस जिद के कारण दिल्ली में पॉलिसी पेरालसिस हो रहा है. आज भी अंतरिम जमानत की शर्तें वहीं हैं, जो उन्हें पहले भी दी गई थीं. 10 मई के आदेश जिसमें उन्हें अंतरिम जमानत मिली थी, वही आज भी है.’

‘आम आदमी पार्टी ने सत्ता भोगने के लिए नहीं चुना’

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए बांसुरी स्वराज ने कहा,’क्या आम आदमी पार्टी में टैलेंट का इतना अकाल है कि अरविंद केजरीवाल के अलावा कोई भी सीएम नहीं बन सकता हैं. दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को सत्ता भोगने के लिए नहीं काम के लिए चुना था. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोकसभा चुनाव में एक गठबंधन किया था, जो भरभराकर गिर गया.’

बीजेपी सांसद ने कही प्रौपगेंडा खत्म करने की बात

बांसुरी स्वाराज ने कहा,’दिल्ली में AAP-कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला. तब कैंपेन चलाया गया कि जेल का जवाब वोट, लेकिन दिल्ली की जनता ने सातों की सातों सीटों पर कमल खिलाया है. लोगों ने कांग्रेस और केजरीवाल के प्रोपगेंडा को परास्त किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जिद के कारण पॉलिसी पैरालिसिस उत्पन्न हो रहा है. उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा जरूर देना चाहिए. एक दशक से अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली में है. उनके मंत्री और वो सत्ता तो भोग रहे हैं, लेकिन कोई काम नहीं कर रहे हैं. कुछ समय पहले ही दिल्ली पानी के लिए तरस रही थी और अब पहली बारिश में ही पानी-पानी हो गई.

 

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