दिल्ली जहां एक तरफ भीषण गर्मी से जूझ रही है तो वहीं पानी का संकट जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है. पानी के संकट संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को सक्ति से सवाल करते हुए पूछा है कि टैंकर माफिया की समस्या से निपटने के लिए आपने क्या कार्रवाई की है.
पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया जैसे समस्याओं पर सुप्रीम कोर्ट से फटकार सुनने के बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिश ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा है. अपने पत्र में आतिशों ने लिखा है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी और टैंकर माफिया के मिली भगत के संदर्भ में जांच की जरूरत है. इसके साथ ही आतिशी ने अपने पत्र के माध्यम से उपराज्यपाल वीके सक्सेना से पानी की चोरी रोकने के लिए दिल्ली के हिस्से में आने वाली मुनक नहर पर एसीपी रैंक के अधिकारी को तैनात करने की मांग की है.
आतिशी ने अपने पत्र में लिखा है कि टैंकर माफिया और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत को पकड़ने के लिए जांच की जरूरत है. ऐसा प्रतीत होता है कि पिछले 1 वर्ष में दिल्ली जल बोर्ड द्वारा तैनात टैंकरों में जानबूझकर बड़े पैमाने पर कमी की गई है. वर्ष 2023 के जनवरी में दिल्ली जल बोर्ड द्वारा 1179 टैंकर की तैनाती की गई थी, जिसे बढ़ाकर जून 2023 में 1203 कर दिया गया. हालांकि जनवरी 2024 में टैंकर की संख्या घटकर 888 कर दी गई व भी बिना मेरे सलाह या स्वीकृति के किया गया. इसके साथ ही आतिशी ने दिल्ली के हिस्से में आने वाली मुनक नहर पर एसीपी रैंक के अधिकारी को ग्स्त लगाने की मांग की है.
आतिशी ने दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ प्रारूप लगाया है कि उन्होंने बार-बार जल संकट को सुलझाने और टैंकर की संख्या बढ़ाने के लिए शिकायत करती रही लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुआ.
आपको बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय ने पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया की समस्याओं पर फटकार लगाते हुए बुधवार को दिल्ली सरकार से पूछा था कि आपने टैंकर माफिया से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं? इसके साथ ही जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और प्रसन्ना बी वराले ने कहा था कि अगर आप टैंकर माफिया से नहीं निपट सकते तो हमें दिल्ली पुलिस को आदेश देना होगा कि वे टैंकर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करें. इसके साथ ही सर्वोच्च अदालत में पूछा कि अगर हिमाचल से पानी आ रहा है तो पानी कहां जा रहा है यहां पानी की इतनी चोरी हो रही है, टैंकर माफिया काम कर रहे हैं आप उन्हें रोकने के लिए क्या कदम उठाए.