सूरजपुर: जिले की भू-अभिलेख शाखा में उस समय हड़कंप मच गया, जब एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने अचानक दबिश देकर एक बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. इस कार्रवाई ने पूरे दफ्तर में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया, जो कर्मचारी अब तक बेखौफ होकर काम कर रहे थे, वे भी सकते में आ गए. जानकारी के अनुसार, आरोपी बाबू लंबे समय से आम लोगों से जमीन संबंधी काम, नामांतरण, खसरा-खतौनी की नकल और अभिलेख सुधार के नाम पर अवैध वसूली करता आ रहा था.
पीड़ित पक्ष से शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने पूरी तैयारी के साथ जाल बिछाया. तयशुदा रकम लेते ही टीम ने उसे धर दबोचा. घटना इतनी अचानक हुई कि कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला. आरोपी बाबू को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम उससे पूछताछ कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. वहीं, इस कार्रवाई से भू-अभिलेख शाखा के बाकी कर्मचारियों में भी खौफ का माहौल बन गया है.
आम लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई देर से सही, लेकिन एक बड़ी राहत है क्योंकि लंबे समय से विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आ रही थीं. स्थानीय नागरिकों और ग्रामीणों ने एसीबी की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि यदि इसी तरह समय-समय पर विभागीय भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसा जाए तो आम जनता को काफी राहत मिलेगी और व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी.
एसीबी अधिकारियों ने भी साफ संकेत दिए हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम आगे भी जारी रहेगी, जो भी कर्मचारी रिश्वतखोरी में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं. लेकिन अब सूरजपुर के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस कार्रवाई के बाद न केवल भू-अभिलेख शाखा बल्कि अन्य विभागों में भी सुधार देखने को मिलेगा.