सूरजपुर: भैयाथान जनपद के अंतर्गत ग्राम डबरीपारा-खुटरापारा में गोबरी नदी पर बना पुल टूटे एक महीना बीत चुका है, लेकिन अब तक न कोई वैकल्पिक मार्ग बना, न कोई अस्थाई रपटा पुल. इससे 10 से अधिक ग्राम पंचायतों के हजारों लोग बुरी तरह प्रभावित हैं. इन्हीं समस्याओं को लेकर मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में जनपद सदस्य राजू गुप्ता, मंडल उपाध्यक्ष सौरभ साहू, कई सरपंच, पंच और सैकड़ों ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से पहुंचकर प्रशासन की विफलता पर रोष जताया और 15 दिन का अल्टीमेटम दिया.
ग्रामीणों ने कहा कि पुल ध्वस्त होने के कारण उन्हें 20 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है. बच्चों की पढ़ाई, मरीजों का इलाज, मजदूरों की रोज़ी-रोटी और किसानों की कृषि व्यवस्था सब कुछ प्रभावित हो गया है. स्थानीय निवासी चंद्रदेव साहू ने कहा कि यह पुल हमारे लिए जीवनरेखा था, अब तो स्कूल जाने के लिए भी बच्चों को संघर्ष करना पड़ रहा है. प्रशासन से बस आश्वासन मिल रहा है.
20 साल पुराना पुल अब इतिहास, सीधा संपर्क टूटा
यह पुल राष्ट्रीय राजमार्ग-43 से जोड़ता था. लेकिन भारी बारिश में यह पूरी तरह बह गया. अब नवापारा-शिवप्रसादनगर मार्ग से होकर 15 किमी लंबा चक्कर लगाकर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पड़ता है.
जनप्रतिनिधियों की चेतावनी, अब भी नहीं जागा प्रशासन तो आंदोलन तय
जनपद सदस्य राजू गुप्ता बोले कि एक महीना बीत गया, लेकिन कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया गया. 15 दिन का समय दिया है. यदि इस बीच रपटा पुल नहीं बना और सड़क मरम्मत नहीं हुई, तो हमें उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. भामुयो मंडल उपाध्यक्ष सौरभ साहू ने भी कहा कि हम कई बार अफसरों को बता चुके हैं, लेकिन वे टालमटोल कर रहे हैं. अब सब्र का बांध टूट रहा है. अब बड़ा सवाल ये है कि क्या कलेक्टर के निर्देशों का पालन अधिकारी करेंगे? या फिर यह समस्या ऐसे ही अनदेखी की भेंट चढ़ती रहेगी?