छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं की परीक्षा देने वाली छात्रा को अज्ञात कॉलर ने फोन कर 2 विषयों में फेल होने की जानकारी दी. कॉलर ने स्वयं को छत्तीसगढ़ बोर्ड का कर्मचारी बताया. फेल होने के डर से सहमीं छात्रा ने कॉलर के बताए खाते में 4500 रुपये ट्रांसफर कर दिए जब छात्रा को फर्जी कॉल की चेतावनी की जानकारी मिली तो उसने शिकायत पुलिस में की है.
जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर जिले के प्रेमनगर थानाक्षेत्र अंतर्गत नवापाराकला निवासी छात्रा नीलिमा सिदार ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा दी है. 3 दिनों पूर्व उसे अज्ञात कॉलर ने फोन किया और बताया कि वह छत्तीसगढ़ बोर्ड से बात कर रहा है.
कॉलर ने नीलिमा सिदार को 2 विषयों में फेल होने की जानकारी दी. नंबर बढ़ाने के लिए 6 हजार रुपये की मांग की. कॉलर से हुई बातचीत में छात्रा 4500 रुपये देने को तैयार हो गई. उसने कॉलर द्वारा बताए गए UPI नंबर पर ऑनलाइन राशि ट्रांसफर कर दी. कॉलर ने छात्रा के व्हाट्सअप में एक रिजल्ट भी भेजा है, जिसमें सभी विषयों में उसका नंबर काफी अच्छा है. कॉलर ने दावा किया कि जब रिजल्ट की घोषणा होगी तो आपका इतना ही नंबर आएगा.
छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षाओं में शामिल छात्र-छात्राओं को फर्जी कॉल कर पैसे मांगने को लेकर सूरजपुर पुलिस ने भी चेतावनी जारी की है. सरगुजा संभाग में अलग-अलग इलाकों से लगातार फोन आने की जानकारी आ रही है. पुलिस द्वारा जारी चेतावनी को छात्रा ने देखा तो उसे ठगी का एहसास हुआ एवं उसने प्रेमनगर थाने में शिकायत पत्र दिया है.
सूरजपुर एडिशनल SP संतोष महतो ने बताया कि छात्रा की शिकायत मिली है. छात्रा को बयान देने के लिए सूरजपुर बुलाया गया है. उसने सामान्य आवेदन दिया है. पैसे किस बैंक से ट्रांसफर किया गया, कब ट्रांसफर किया गया. इसकी डिटेल जानकारी छात्रा ने नहीं दी है.
ASP संतोष महतो ने बताया कि जिस नंबर से कॉल आया था, उसकी सूचना साइबर सेल को दे दी गई है. साइबर सेल कॉलर की जानकारी व लोकेशन की जानकारी एकत्र कर रही है.
सरगुजा एवं प्रदेश के अन्य हिस्सों में बोर्ड के छात्रों को फोन कॉल करने वाले कॉलरों के पास छात्रों की पूरी जानकारी उपलब्ध है. इससे आशंका है कि छात्रों का डेटा कहीं से लीक हुआ है. अब तक जिन परीक्षार्थियों को फोन आए हैं, वे सभी दसवीं की परीक्षा में शामिल हुए हैं.