Vayam Bharat

सूरत: वेतन को लेकर हड़ताल पर जाना सिटी बस चालकों को पड़ा भारी, एजेंसी पर लगा 20 लाख का जुर्माना

बुधवार को अलथान डेपो के 75 सिटीबस ड्राइवर वेतन को लेकर हड़ताल पर चले गए. जिससे 25,000 यात्री फंसे रहे. इसके बाद सिटी लिंक ने ड्राइवर सप्लाई करने वाली ईवे ट्रांस एजेंसी पर 20 लाख का जुर्माना लगाया है. इस डिपो के वेसू, पांडेसरा, जहांगीरपुरा क्षेत्र समेत 3 रूटों की सिटी बसें बंद रहीं थी. एजेंसी द्वारा ओवरटाइम वेतन का भुगतान न करने की शिकायत करते हुए ड्राइवर हड़ताल पर चले गए.

Advertisement

सूरत में बड़े पैमाने पर परिवहन को लेकर विवाद लगातार सामने आ रहे हैं, बस चालक आज मगोब डेपो में हड़ताल पर चले गए. ज्वाइनिंग के वक्त सैलरी पर जो चर्चा हुई थी, उससे अलग राशि का भुगतान किया गया. जिस वजह से चालकों ने आक्रोश जताया और नारेबाजी की.  साथ ही रूट नंबर 12, 13, 16 और 19 पर भी ड्राइवरों ने बस रोक दी.

*पहले भी लग चुका है जुर्माना*

वेतन वृद्धि की मांग को लेकर नगर पालिका द्वारा संचालित सिटी बस के मगोब डिपो में ड्राइवरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पूरे दिन 92 बसें अपने निर्धारित मार्गों पर नहीं चल सकीं. हड़ताल के कारण सरथाणा-ओएनजीसी, जहांगीरपुरा-कडोदरा, कोसाड-सचिन और स्टेशन से कडोदरा रूट पर करीब 30 हजार यात्रियों को परेशानी हुई. परिवहन सेवा को बंधक बनाने की कोशिश के मामले में नगर पालिका ने मंगलवार को कुछ वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की घोषणा की और एजेंसी ग्रीन सेल पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया.

Advertisements