सूरत के उधना थाना क्षेत्र में 11 जून को मिली अज्ञात शव की गुत्थी सुलझ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस ने जांच तेज की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर संतोष नामक व्यक्ति की लूट के इरादे से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. यह हत्या दोस्ती की आड़ में की गई सोची-समझी साजिश थी.
गुजरात के सूरत में 11 जून को मिली एक अज्ञात व्यक्ति की लावारिस लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. शुरुआती जांच में जब पुलिस शव का पहचान नहीं कर पाई तो इसे सामान्य मौत माना गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि यह कोई स्वाभाविक मृत्यु नहीं, बल्कि एक निर्मम हत्या का मामला है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद उधना थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. जांच में जुटी पुलिस टीमों ने तकनीकी सर्विलांस और इंटेलिजेंस की मदद से इस हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम पुन्ना लक्ष्मीधर शाहू और लल्लू मंगल स्वाई हैं. पूछताछ में दोनों ने संतोष कुमार नामक श्रमिक की हत्या की बात स्वीकार की है.
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले संतोष और उसके दोस्त कृष्णा से दोस्ती की थी. तीनों ने साथ में नाश्ता किया और बाद में आरोपियों ने उन्हें कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया. नशा चढ़ते ही कृष्णा बेहोश हो गया, लेकिन संतोष आंशिक रूप से होश में था. जब दोनों आरोपियों ने संतोष का मोबाइल फोन और पैसे लूटने की कोशिश की, तो संतोष ने विरोध किया.
इसी विरोध के चलते आरोपियों ने मिलकर संतोष को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया और कृष्णा को बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह से योजनाबद्ध थी. आरोपियों का मकसद नशीला पदार्थ पिलाकर लूटपाट करना था लेकिन जब संतोष ने इसका विरोध किया तो उन्होंने बेरहमी से उसकी जान ले ली. पुलिस ने दोनों आरोपियों से लूट का सामान भी बरामद कर लिया है.
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सूरत के डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने मीडिया को बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कई टीमों का गठन किया और तकनीकी निगरानी के साथ-साथ सूचना तंत्र का भी इस्तेमाल कर इस जघन्य हत्याकांड को सुलझाया. फिलहाल दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और आगे की जांच जारी है.