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सरगुजा: श्रमदान कर ग्रामीणों ने बनाया अस्थायी पुल, लंबे समय से पहाड़ी नदी में पुल की मांग…

Chhattisgarh: आधुनिकता के इस दौर में आज देश बहुत आगे निकल चुका है पूरे विश्व में भारत देश का डंका बजता है, आज भी कई ऐसे गांव है जो मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है, कुछ ऐसा ही मामला सरगुजा जिले के लखनपुर ग्राम पटकुरा में देखने को मिला है, ग्राम पटकुरा के आश्रित ग्राम चिता घुटरी ,घटोन में आज भी लोगो को मूलभूत सुविधा नहीं मिल पा रही है.

ग्राम पटकुरा और चीता घुटरी के बीच बहने वाली पहाड़ी खुरखुरी नदी में पुल नहीं होने से उसे मार्ग से आवागमन करने में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं आश्रित ग्राम चिता घुटरी बरसात के दिनों में पंचायत मुख्यालय और ब्लॉक मुख्यालय से कट जाता है. नदी में पुल के निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को साथ स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाती है ग्रामीणों को कवर और खाट के सहारे गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को पंचायत मुख्यालय लाने के बाद ही एंबुलेंस की सुविधा मिल पाती है यही नहीं बरसात की दोनों में लोग जांच जोखिम में डालकर नदी पार कर राशन लेने और बच्चों को स्कूल पहुंचने पंचायत मुख्यालय आते हैं।लंबे समय से पुल बनाए जाने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है। परंतु आज तक नदी पर पुल का निर्माण नहीं हो सका।शासन प्रशासन के उदासीनता को देखकर ग्रामीणों ने आगे आकर श्रमदान कर खुरखुरी नदी में पुल बना दिया। गांव के महिला पुरुषों ने आगे बढ़कर श्रमदान किया है। अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में शासन प्रशासन के द्वारा लंबित मांग को पूरा किया जाता है या फिर ग्रामीणों को उस मार्ग से आवागमन करने हेतु प्रत्येक वर्ष अस्थाई पुल का निर्माण करना पड़ेगा.

लंबे समय से पहाड़ी नदी में पुल की मांग

ग्राम पटकुरा के आश्रित ग्राम चिता घुटरी में लगभग 40 परिवार निवासरथ है, खुर खुरी नदी में पुल बनाए जाने कई वर्षों से विधायक और जनप्रतिनिधियों से मांग की जा रही है. शासन और जिला प्रशासन के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है परेशान ग्रामीणों ने श्रमदान कर नदी में अस्थाई पुल बना दिया है.

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