दो बार के ओलंपिक पदक विजेता रेसलर सुशील कुमार एक हाई-प्रोफाइल हत्या मामले में पिछले कई समय से न्यायिक हिरासत में थे. हाल ही में उन्हें कोर्ट ने जमानत दी थी, जिसके बाद वह आधिकारिक तौर पर उत्तर रेलवे में अपनी ड्यूटी फिर से लौट आए हैं. सूत्रों ने आईएएनएस को इसकी पुष्टि की है.
रेलवे सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि वर्तमान में उत्तर रेलवे में सीनियर कमर्शियल मैनेजर के पद पर नियुक्त सुशील कुमार फॉर्मल ड्रेस में नौकरी पर आए. अधिकारियों ने उनकी बहाली की पुष्टि करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया सर्विस नियमों के अनुसार की गई.
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पहलवान सुशील कुमार को जेल क्यों हुई थी?
सुशील कुमार साथी पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के सिलसिले में 2021 से न्यायिक हिरासत में थे. दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में मुकदमे की प्रक्रिया में लंबी देरी का हवाला देते हुए पहलवान को जमानत दी थी. हालांकि, अभी सुशिल कुमार की कानूनी लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है, इसमें जांच जारी है.
सुशील कुमार को जमानत मिलने पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. हत्या के मामले में आरोपी सुशिल कुमार को जमानत मिलने पर कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं तो वहीं कुछ का तर्क है कि दोषी साबित होने तक वह निर्दोष हैं और अपनी पेशेवर जिम्मेदारियां फिर से शुरू करने के हकदार हैं.
42 वर्षीय सुशिल कुमार ने अपने खेल के दम पर पूरे भारत में अपनी ख़ास पहचान बनाई, उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक और इससे पहले 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था.
कामनवेल्थ गेम्स में सुशिल कुमार के नाम 3 गोल्ड
- 2010, दिल्ली कामनवेल्थ गेम्स
- 2014, ग्लासगो कामनवेल्थ गेम्स
- 2018, गोल्ड कोस्ट कामनवेल्थ गेम्स
नेशनल लेवल पर पहचान बनाने के बाद जब सुशील कुमार पर हत्या का आरोप लगा तो हर कोई हैरान रह गया. फिलहाल रेसलर जमानत मिलने के बाद अपनी सामान्य जिंदगी में लौटने पर फोकस किए हुए हैं. लेकिन अदालती कार्यवाही अभी भी जारी है, इसलिए इस मामले का साया उनकी वापसी की कोशिशों पर मंडरा रहा है.