सुपौल में निलंबित प्रधान विपिन गिरफ्तार, नाबालिग को बालिग बनाने का किया था प्रयास

सुपौल: जिले के मध्य विद्यालय भीमपुर के प्रधानाध्यापक विपिन कुमार को प्रमाण पत्र बनाने में हेराफेरी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर न केवल शैक्षणिक दस्तावेजों में हेरफेर करने का आरोप है, बल्कि इससे पहले विद्यार्थियों से प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर अवैध वसूली के आरोप में भी वे निलंबित किए जा चुके हैं.

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फर्जी प्रमाण पत्र घोटाले में जांच के बाद गिरफ्तारी

मुख्य आरोप यह है कि विपिन कुमार ने एक नाबालिग छात्रा के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर उसे अधिक उम्र का दिखाने की कोशिश की. इससे जुड़े मामले की सुनवाई न्यायालय में हुई थी, जहां से जांच के आदेश दिए गए थे. पुलिस ने जब मामले की छानबीन की, तो पाया कि आधार कार्ड में जन्म तिथि के साथ छेड़छाड़ की गई थी. दस्तावेजों की जांच में स्पष्ट हुआ कि फर्जीवाड़ा कर पीड़िता को गलत तरीके से बालिग साबित करने का प्रयास किया गया.

न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुई प्राथमिकी

पीड़िता और उसके परिजनों ने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद न्यायालय ने SDJM सुपौल के माध्यम से पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. इससे पहले पुलिस ने धारा 137(2), 96, 651(1), 3(5) (पास्को एक्ट), 4/6/17 पॉक्सो अधिनियम और 9/10 बाल विवाह अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था. उसी मामले में नाबालिग को बालिग बनाने का प्रयास किया गया था.

पहले भी लग चुके हैं गंभीर आरोप

गौरतलब है कि विपिन कुमार पर यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी उन पर छात्रों से प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर अवैध वसूली के आरोप लगे थे, जिसके कारण डीएम कौशल कुमार के निर्देश पर शिक्षा विभाग के द्वारा उन्हें निलंबित किया गया था. स्कूल प्रशासन व छात्र-अभिभावकों की ओर से भी उन पर कई बार लापरवाही के आरोप लगे हैं.

पुलिस की आगे की कार्रवाई

भीमपुर थानाध्य्क्ष मिथिलेश पांडेय ने बताया कि जांच के दौरान प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. विपिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और विधिवत मेडिकल जांच के बाद अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

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