अखिल भारतीय संत समाज के प्रवक्ता महामंडलेश्वर स्वामी अनिलानन्द महाराज बुधवार को गुना जिले के अल्प प्रवास पर रहे,गुना में अनिलानंद महाराज ने बताया कि मोहन सरकार द्वारा उज्जैन में संतों के लिए स्थाई आश्रम बनाने की अनुमति देने का आदेश स्वागतयोग्य है,वहीं आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन द्वारा मंदिरों में लाउड स्पीकर को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने तीखी निंदा करते हुए देश छोड़कर चले जाने की नसीहत दी है.
महामंडलेश्वर स्वामी अनिलानंद के मुताबिक एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए,क्योंकि मंदिर और मस्जिदों में कुछ समय के लिए ही लाउड स्पीकर बजाए जाते हैं,अगर इससे शैलबाला को दिक्कत है तो वे हिंदुस्तान से चलीं जाएं, स्वामी अनिलानंद ने तर्क दिया है कि, झांकियों में कुछ दिनों के लिए ही लाउड स्पीकर का इस्तेमाल किया जाता है.
इसी तरह मस्जिदों में भी कुछ देर के लिए ही धार्मिक सिलसिले में लाउड स्पीकर बजते हैं,मोहन सरकार ने भी अपने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि मंदिर और मस्जिदों में सीमित ध्वनि के साथ लाउड स्पीकर बजाए जा सकते हैं.
महामंडलेश्वर ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सलाह दी है कि इस तरह के विवादास्पद अधिकारियों को उन्हें प्रदेश में नहीं रखना चाहिए,जो हिंदू समाज को टारगेट कर रहै हैं. संत समाज के प्रवक्ता ने 22 अक्टूबर को उज्जैन में की गई घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है कि ,सिंहस्थ क्षेत्र में साधु-संतों के आश्रम का स्थाई निर्माण नहीं होना पीड़ादायक था। अब साधु-संत अपनी ही जमीन में आश्रम बना सकेंगे और उज्जैन में प्रवास कर पाएंगे, इसके लिए मोहन सरकार का वे आभार व्यक्त करते हैं.