नई दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) ने अपने एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) में आईपीओ (IPO) को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा की। कंपनी ने बताया कि उसके आईपीओ को शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिल गई है। कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 1.2 अरब डॉलर जुटाने की है। सबसे पहले मार्च 2022 में खबर आई थी कि स्विगी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) को जमा की गई रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, स्विगी ने आईपीओ में नए शेयरों को जारी करके 3,750 करोड़ रुपये (लगभग 45 करोड़ डॉलर) और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए 6,664 करोड़ रुपये (लगभग 80 करोड़ डॉलर) तक जुटाने की योजना बनाई है।
एंकर निवेशकों से 750 करोड़ रुपये जुटाएगी कंपनी
स्विगी ने अभी तक देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) के पास अपने आईपीओ दस्तावेज जमा नहीं किए हैं। कंपनी प्री-आईपीओ राउंड में एंकर निवेशकों से लगभग 750 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है।
श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी बने एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
इसी इजीएम में स्विगी ने श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी को कंपनी का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया। मजेटी को मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप सीईओ के रूप में नामित किया गया था, जबकि रेड्डी को होलटाइम डायरेक्टर और इनोवेशन के प्रमुख के रूप में नामित किया गया था।
अप्रैल-दिसंबर 2023 में 20.7 करोड़ डॉलर का घाटा
स्विगी ने अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान 20.7 करोड़ डॉलर का घाटा दर्ज किया। इसी पीरियड में कंपनी का रेवेन्यू 1.02 अरब डॉलर रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में स्विगी का रेवेन्यू 1.05 अरब डॉलर रहा था।