Madhya Pradesh: जिले के मऊगंज में मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समुदाय द्वारा गम और मातम के माहौल में ताजिया जुलूस निकाला गया. नूरी मोहल्ला से प्रारंभ होकर यह जुलूस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर्बला शरीफ तक निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया. शाम 6 बजे से शुरू होकर लगभग एक घंटे तक चले इस जुलूस में शांति और श्रद्धा का अनूठा संगम देखने को मिला.
ताजिया, जो हजरत इमाम हुसैन की शहादत का प्रतीक होता है, बांस और रंगीन कागजों से गुंबदनुमा आकार में बनाया गया था। जुलूस के दौरान लोगों ने काले वस्त्र पहनकर मातम मनाया और इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद किया। यह आयोजन इराक के कर्बला में हुई ऐतिहासिक घटना की याद दिलाता है, जहां 680 ईस्वी में इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों ने धर्म और सत्य के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मौके पर नायब तहसीलदार, पुलिस प्रशासन जिला के अन्य अधिकारियों के साथ पूरी तरह से मऊगंज के अधिकारी मौजूद रहे हैं.
मोहर्रम का यह महीना मुस्लिम समुदाय के लिए आत्मबलिदान और आस्था का प्रतीक होता है, और मड़वास में निकला यह ताजिया जुलूस उसी भावपूर्ण परंपरा का हिस्सा रहा.