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40 लाख दो-क्वेश्चन पेपर लो…’, वायरल कॉल रिकॉर्डिंग की जांच जुटी पुलिस, 2.86 लाख छात्र देंगे परीक्षा 

पुणे पुलिस इन दिनों एक वायरल फोन कॉल रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है, जिसमें एक अभ्यर्थी से एमपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र के बदले 40 लाख रुपये की मांग की गई है. इस मामले की जानकारी गुरुवार को पुलिस अधिकारियों ने दी. महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (mpsc) ने साफ किया है कि सभी प्रश्न पत्र सुरक्षित रूप से उनके कंट्रोल में हैं. महाराष्ट्र ग्रुप बी (अराजपत्रित) संयुक्त परीक्षा 2024, जो एमपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है, रविवार, 2 फरवरी 2025 को निर्धारित है.

क्या है मामला?

वायरल फोन रिकॉर्डिंग में, एक व्यक्ति अभ्यर्थी को परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र देने का दावा करता है और इसके बदले 35-40 लाख रुपये की मांग करता है. इस ऑडियो क्लिप की जानकारी मिलते ही एमपीएससी ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और जांच की मांग की. इस मामले में पुणे पुलिस अपराध शाखा के उपायुक्त निखिल पिंगले ने कहा, “एमपीएससी ने हमसे संपर्क किया है और हम इस कथित फोन कॉल रिकॉर्डिंग की जांच कर रहे हैं.”

प्रश्न पत्र कड़ी सुरक्षा में: एमपीएससी सचिव

नवी मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एमपीएससी की सचिव डॉ. सुवरा खरात ने कहा कि परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से संचालित करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. डॉ. खरात ने कहा, “परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर किसी भी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए. अभ्यर्थियों को पेपर लीक जैसी अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए. सभी प्रश्न पत्र कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत सुरक्षित रूप से रखे गए हैं. हमें जानकारी मिली है कि कुछ लोग अभ्यर्थियों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं और झूठे दावे कर रहे हैं कि उनके पास परीक्षा के प्रश्न पत्र हैं,” .

क्वेश्चन पेपर के बदले कोई पैसे मांगे तो इस ईमेल पर दें सूचना 

उन्होंने आगे बताया कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने पुणे पुलिस आयुक्त के पास शिकायत दर्ज करवाई है और इस तरह के धोखाधड़ी वाले मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने यह भी अपील की कि अगर किसी भी अभ्यर्थी को इस प्रकार के कॉल या संदेश प्राप्त होते हैं, तो वे तुरंत शिकायत दर्ज कराएं और contact-secretary@mpsc.gov.in पर ईमेल भेजकर सूचना दें.

करीब 3 लाख छात्र देंगे परीक्षा

महाराष्ट्र ग्रुप बी (अराजपत्रित) संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 एक अत्यंत प्रतिस्पर्धी परीक्षा है, जिसमें पूरे राज्य से कुल 2,86,000 अभ्यर्थियों के भाग लेने की उम्मीद है. इस घटना ने परीक्षा में भ्रष्टाचार की संभावनाओं को लेकर अभ्यर्थियों के बीच चिंता बढ़ा दी है. हालांकि, एमपीएससी ने सभी उम्मीदवारों को आश्वस्त किया है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी है.

अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहें और परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस और एमपीएससी अधिकारियों को दें. एमपीएससी द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक सतर्कता के चलते, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई भी अनियमितता न हो और सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले.

 

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